Surya Satta
उत्तर प्रदेशसीतापुर

खुले पशुओं से होने वाले नुकसान की सरकार के पास भरपाई करने की नहीं है कोई योजना: संदीप पाण्डेय

सीतापुर।  विकास खण्ड गोंदलामऊ क्षेत्र हिंडौरा गांव में रेमन मैग्सेसे पुरस्कार से सम्मानित व सोस्लिस्ट किसान सभा के महासचिव डॉक्टर संदीप पांडे ने शुक्रवार को सैकड़ों किसानों के साथ शासन व प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाते हुए धरने पर बैठे।
उनका आरोप है कि संदना पुलिस ने ग्रामीणों को रात के अंधेरे में महिलाओं एवं बच्चो से बदसलूकी करते हुए गिरफ्तारी किया है वह निंदनीय है जब तक ग्रामीणों को नहीं छोड़ा जाएगा तब तक धरना जारी रहेगा। खबर लिखे जाने तक वह ग्रामीण के साथ हिंडौरा गांव के बाहर रोड़ पर बैठे रहे।
सोशलिस्ट किसान सभा उन्नाव, हरदोई, बाराबंकी व सीतापुर जिलों में गांवों में खुले घूम रहे गोवंश की समस्या 2021 से लगातार उठा रही है। लेकिन इस समस्या का काई हल दिखाई नहीं पड़ता। उदाहरण के लिए ग्राम सभा हिण्डोरा, विकास खण्ड गोंदलामऊ, तहसील सिधौली, जिला सीतापुर से ग्रामीण इस वर्ष 1 व 30 मार्च को दो बार खुले पशुओं को लेकर लखनऊ मुख्यमंत्री के यहां जाने के लिए निकले। पुलिस प्रशासन से आमना-सामना हुआ। जिला स्तर से लेकर प्रमुख सचिव, पशुधन तक को ज्ञापन दिए गए। किंतु आज तक हिण्डोरा का गौ-आश्रय स्थल नहीं बन पाया। दूसरी तरफ खुले पशु किसानों की फसल चरे जा रहे हैं। किसानों को होने वाले नुकसान की सरकार के पास भरपाई करने की कोई योजना नहीं है। अतः आज पुनः हिण्डोरा ग्राम सभा व पड़ोस की ग्राम सभा गेढ़ी खेरवा से ग्रामीण अपने पशुओं को लेकर लखनऊ मुख्यमंत्री के यहां ले जाने के लिए विवश हैं।
पिछले विधान सभा चुनाव में प्रधान मंत्री ने उन्नाव की सभा में कहा थ कि उत्तर प्रदेश में पुनः भाजपा की सरकार बनने पर किसानों से गोबर खरीदा जाएगा। योगी आदित्यनाथ ने उसी चुनाव में कहा था कि किसानों को गोवंश को खिलाने के लिए रु. 900 प्रति माह मिलेंगे।
आज सरकार गोवंश को खिलाने के लिए रु. 50 प्रति दिन दे रही है। किंतु गांवों में गौ-आश्रय स्थल बनाने के लिए कोई बजट नहीं है। सरकार और प्रशासन गौ संरक्षण को लेकर गम्भीर नहीं हैं। गोवंश के नाम पर आने वाले धन में भ्रष्टाचार हो रहा है सो अलग।
हमारा मानना है कि सरकार कभी भी गोवंश की देखभाल गौशालाओं व गौ-आश्रय स्थलों में नहीं कर पाएगी। यहां तो गोवंश खाने व इलाज के अभाव में मर रहे हैं।

इस समस्या का यह हो सकता है समाधान

इस समस्या का एक समाधान यह हो सकता है कि सरकार प्रत्येक गोवंश, जिसमें किसान के पालतू गोवंश भी शामिल हों, का रुपए 50 प्रति दिन की दर से किसान के खाते में डाल दे। किसान अपने गोवंश की देखभाल ठीक से कर सकता है।
इस दौरान उपजिलाधिकारी सिधौली अनिल कुमार, क्षेत्र के लेखपाल, सीओ मिश्रिख सुशील यादव, खण्ड विकास अधिकारी गोंदलामऊ अवध प्रताप सिंह, एडीओ पंचायत गोंदलामऊ मनोज सिंह संदना थानाध्यक्ष सहित संदना थाना व मछरेहटा थाने की पुलिस मौजूद रहीं है।

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