फरधान सीएचसी ने लगातार तीसरी बार जीता कायाकल्प अवार्ड
एक लाख रुपए का मिला पुरस्कार, सीएमओ ने दी बधाई
लखीमपुर खीरी : जिले की फरधान सीएचसी ने लगातार तीसरी बार कायाकल्प अवार्ड जीतकर एक अनूठा इतिहास रचा है। इस गौरव फरधान सीएचसी अधीक्षक डॉ. अमित कुमार बाजपेयी की सकारात्मक सोच और बेहतर टीमवर्क से ही संभव हो सका है. प्रदेश में कई सालों से क्वालिटी एश्योरेंस के अंतर्गत सीएचसी को कायाकल्प पुरस्कार दिया जा रहा है.
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. संतोष गुप्ता ने बताया कि उन्होंने बताया कि इस श्रेणी में पुरस्कार पाने के लिए स्वास्थ्य केंद्रों को सात बिंदुओं रोगी संतुष्टि में वृद्धि करना, चिकित्सालय कर्मियों के कार्यशैली एवं दक्षता में सुधार करना, सफाई, बायोमेडिकल वेस्ट प्रबंधन, हाइजिन प्रमोशन, सेनिटाइजेशन, संक्रमण प्रबंधन आदि पर जांच टीम के द्वारा अंक दिए जाते हैं. इन्हीं अंकों के आधार पर इन स्वास्थ्य केंद्रों की रैकिंग तैयार होती है. उन्होंने बताया कि सीएचसी फरधान को 76.43 प्रतिशत अंक मिले हैं. सीएचसी को एक-एक लाख रुपए का पुरस्कार भी मिला है. सीएमओ ने कहा कि इस अवार्ड के लिए सीएचसी अधीक्षक, चिकित्सा अधिकारी और सभी स्वास्थ्य कर्मी बधाई के पात्र हैं. अन्य लोगों को भी इनसे प्रेरणा लेकर भविष्य में इस तरह के पुरस्कार प्राप्त करने के लिए प्रयास करने चाहिए.
इस तरह हुई अवार्ड की शुरूआत
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के जिला कार्यक्रम प्रबंधक अनिल कुमार ने बताया कि कायाकल्प पुरस्कारों की शुरुआत प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 15 मई 2015 को की थी. राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन ने इस साल जो सूची जारी की है. उसमें जिले के दो सीएचसी शामिल हैं. उन्होंने यह भी बताया कि प्रदेश के राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की निदेशक ने संबंधित जिलों को पत्र भेजकर पुरस्कार की सूचना दी है. पत्र में प्राप्त दिशा-निर्देशों के अनुसार पुरस्कार राशि का 75 फीसदी हिस्सा चिकित्सा इकाई के गैप क्लोजर, सुदृढ़ीकरण, रख-रखाव व स्वच्छता व्यवस्था आदि पर खर्च किया जाना है, जबकि 25 फीसदी हिस्सा संबंधित इकाई के अधिकारियों व कर्मचारियों के उत्साहवर्धन के लिए खर्च किया जाना है.
क्या कहते हैं अधीक्षक
फरधान सीएचसी अधीक्षक डॉ. अमित कुमार बाजपेयी का कहना है कि वरिष्ठ चिकित्साधिकारियों के मार्ग दर्शन और सीएचसी टीम की बेहतर कार्यशैली और आपसी सामंजस्य के चलते यह आवार्ड हासिल हुआ है. इसके लिए सभी लोग बधाई के पात्र हैं.