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गाय की सुरक्षा व संरक्षण बिना सुख शंति व समृद्धि पूर्ण भारत के सपने को छोड़ दे: महंत संतोष दास

लखनऊ। इलाहाबाद हाईकोर्ट(Allahabad High Court) ने गाय को राष्ट्रीय पशु(national animal of cow) का दर्जा दिए जाने का सुझाव दिया है. कोर्ट के इस सुझाव का षड्दर्शन विश्व अखाड़ा परिषद के राष्ट्रीय महामंत्री/ नैमिषारण्य क्षेत्र के बनगढ आश्रम के महंत संतोष दास खाकी(Mahant Santosh Das) ने सराहना करते हुए कहा कि भौतिक सिद्धांत है हमारे सनातन धर्म का और हमारे भारत का और हमारे वेद यही कहते हैं हमारे ठाकुर जी ने जगह जगह पर अवतार लिया हैं विप्र धेतु मनु संत हित लियो मनुष्य अवतार, इस लिए गाया का संरक्षण अति आवस्यक है.
इलाहाबाद हाईकोर्ट ने सुझाव देते हुए केंद्र सरकार से कहा है कि गाय को सिर्फ धार्मिक नजरिये से नहीं देखना चाहिए. कोर्ट ने कहा कि संस्कृति की रक्षा हर नागरिक को करनी चाहिए. कोर्ट ने सुझाव दिया है कि गाय को राष्ट्रीय पशु का दर्जा दिया जाना चाहिए. इलाहाबाद हाईकोर्ट के सुझाव के बाद हर तरफ से प्रतिक्रियाओं का दौर जारी है. इसी क्रम में साधु-संत ने कोर्ट के इस सुझाव का स्वागत किया है.
वीडियो देखने के लिए यूट्यूब के लिंक पर क्लिक करें

http://https://youtu.be/EcrA6IyPxVM

षड्दर्शन विश्व अखाड़ा परिषद के राष्ट्रीय महामंत्री/
विश्व विख्यात नैमिषारण्य क्षेत्र के बनगढ आश्रम के महंत संतोष दास खाकी ने बताया कि मूल बातें यह है कि जब जल में प्रशिक्षण समाप्त हो जाता है तो जल स्थिर हो जाता है. अपनी मौलिक रूप में अपनी पहचान में आ जाता है भारत में अब हिन्दू क्रमशः धीरे-धीरे अपनी पहचान में आ रहा है. हमारी सनातन संस्कृति की रीड की हड्डी गाय है. जैसा कि हाईकोर्ट ने कहा है कि जब तक गाय का संरक्षण नहीं होगा, जब तक गाय को भी सम्मान नहीं देंगे, तब तक भारत पूरी तरीके से समृद्ध नहीं होगा, तब तक समाज को समृद्धि प्राप्त नहीं होगी पूरी तरीके से सही कहा है.
भौतिक सिद्धांत है हमारे सनातन धर्म का और हमारे भारत का और हमारे वेद यही कहते हैं हमारे ठाकुर जी ने जगह जगह पर अवतार लिया हैं विप्र धेतु मनु संत हित लियो मनुष्य अवतार, इस लिए गाया का संरक्षण अति आवस्यक है.
इलाहाबाद हाई कोर्ट द्वारा गाय को राष्ट्रीय पशु घोषित करने के लिए सरकार को जो सुझाव दिया गया है अपना मत प्रकट किया है इस मतानुसार आज की सभी सरकारों को चाहे वह भारतीय जनता पार्टी की सरकार हो, चाहे विपक्ष की सरकार हो कोर्ट के इस सुझाव का सभी को स्वागत करना चाहिए. गौ संरक्षण के लिए उनको एक कदम बढ़ाना चाहिए, जब तक गौवंश की सुरक्षा व संरक्षण नहीं होगा सुख शंति व समृद्धि पूर्ण भारत के सपने को छोड़ दे. कोर्ट वही कहता है जो हमारा स्वभाव कह रहा है भारत का स्वभाव वही है जनमानस कह रहा है कि गाय का संरक्षण होना चाहिए हम नहीं देख पा रहे हैं गाय को कट्टा हुआ और दर दर भटकते हुए हम अपने स्वार्थ को परे रखकर गाय के संरक्षण के लिए हम जीतेंगे और हमारी सरकारें जुटेंगी.

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