किसानों को सौगात घर बैठे पशुओं का इलाज करेगा आईवीआरआई
आईवीआरआई ने जारी किया ऑनलाइन वेटरनरी क्लीनिक एप
आईवीआरआई के 72 डॉक्टर पशुपालकों को मुफ्त चिकित्सीय परामर्श देंगे
मुख्यमंत्री योगी किनकिसानों की आमदनी बढ़ाने की दिशा में कारगर साबित होगा ऐप
बरेली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की किसानों, पशुपालकों की आमदनी बढ़ाने की दिशा में आईवीआरआई का ऐप कारगर साबित होगा. आईवीआरआई ने किसानों को घर बैठे पशुओं के इलाज की सौगात दी है. इसके लिए ऑनलाइन वेटरनरी क्लीनिक ऐप लॉन्च किया गया है. आईवीआरआई के 72 पशु रोग विशेषज्ञों ने ऑनलाइन वेटनरी क्लीनिक एप्प का रजिस्ट्रेशन कराया गया है. अब तक 5000 से ज्यादा लोग ऐप को डाउनलोड कर चुके हैं. पशुओं की किसी भी तरह की बीमारी के संबंध में ऑनलाइन डॉक्टरों से परामर्श लेने की सुविधा दी गई है. आईवीआरआई की संयुक्त निदेशक रूपसी तिवारी ने बताया कि 9:00 से शाम 5:30 बजे तक ऑनलाइन क्लीनिक खुला रहेगा. इसमें पशुपालक अपना रजिस्ट्रेशन करवाकर पशुओं को दिखाने का समय बुक कर सकते हैं. इसके बाद आईवीआरआई के विशेषज्ञ उन्हें जरूरी चिकित्सकीय परामर्श देंगे.
पशुओं की गंभीर बीमारियों की चिकित्सा का मिलेगा परामर्श
आईवीआरआई की संयुक्त निदेशक डॉ रूपसी तिवारी, वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ अनुज चौहान, डॉक्टर उज्जवल कुमार डे, भारतीय कृषि सांख्यिकी अनुसंधान संस्थान के राजेंद्र प्रसाद, संजीव कुमार, समीर श्रीवास्तव, केशव कांत ने मिलकर एप तैयार किया है. किसान अपने पशुओं की सामान्य समस्याएं, सर्जिकल, डायग्नोस्टिक पैथोलॉजी, टीकाकरण संबंधित समस्याओं ऑनलाइन ले सकते हैं. इससे पशुपालकों को इलाज के लिए अस्पताल ले जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी. गंभीर मामलों में ऑनलाइन वेटनरी ऐप के माध्यम से पशुओं की चिकित्सा परामर्श दे रहे डॉक्टर नजदीकी पशु चिकित्सा केंद्र के लिए रेफर करेंगे.
ऐप डाउनलोड करते ही लाखों पशुपालकों को मिलेगा सीधा लाभ
उत्तर प्रदेश में अनुमानित करीब पांच करोड़ पशु हैं. इनके पशुपालकों को सीधा लाभ मिलेगा. उन्हें पशु के बीमार होने पर अस्पताल नहीं भागना पड़ेगा. आईवीआरआई का ऑनलाइन वेटनरी क्लीनिक ऐप डाउनलोड करते ही घर बैठे सुविधा मिलेगी. ऐप ओपन करने के बाद पशु मालिक को क्लिक कर अपना रजिस्ट्रेशन कराना है. इसके बाद उसे संबंधित पशु चिकित्सक का समय निर्धारित कर दिया जाएगा. जिसमें वह ऑनलाइन अपने पशु को दिखाकर उसकी बीमारी, उससे बचाव और दवाओं की जानकारी मुफ्त ले सकेगा.