Sitapur: गोमती नदी में फिर उतराते मिले 50 मृत गोवंश
सीतापुर। संदना थाना क्षेत्र में गोमती नदी के तेरवा महादेव घाट पर गुरुवार दोपहर 50 मृत गोवंश उतराते मिले। सूचना मिलते ही तहसील प्रशासन सकते में आ गया। तहसीलदार सिधौली विनोद कुमार सिंह मौके पर पहुंचकर जायजा लिया। इसके बाद ग्रामीणों की मदद से ही गोवंशों को रस्सी बांधकर नदी से निकाला जाने लगा। शाम साढ़े छह बजे तक गोवंशों को दफनाने का काम हुआ। अंधेरा होने पर काम बंद कर दिया गया।

12 फरवरी को भी इस स्थान से करीब 10 किलोमीटर दूर कोनीघाट पर गोमती नदी में 50 मृत गोवंश उतराते दिखे थे। इसके बाद तहसील प्रशासन ने 30 गोवंशों के शवों को एसडीआरएफ की मदद से निकालकर दफनाया था। तीन दिन बाद ही दोबारा ऐसी घटना होने पर जिला प्रशासन के अधिकारी सकते में हैं।
तेरवा महादेव घाट पर गोवंशों के शवों के मिलने की सूचना पर तहसीलदार सिधौली विनोद कुमार सिंह मौके पर पहुंचे। उन्होंने किसी प्रशिक्षित टीम को बुलाने की जगह जल्द शव दफनाने पर ध्यान दिया और ग्रामीणों को ही नदी में उतार दिया। जबकि तीन दिन पहले मिले गोवंशों के शवों को एसडीआरएफ की मदद से निकाला गया था। नदी में कूदे ग्रामीणों ने ट्रैक्टर-ट्राॅली की मदद से शवों को पानी से बाहर निकाला। इसके बाद जेसीबी की मदद से गड्ढा खोदकर शवों को दफनाया गया। उन्हें दफनाने का सिलसिला गुरुवार देर शाम तक चलता रहा।
बजरंग दल ने जताया रोष
विश्व हिंदू परिषद व बजरंग दल के नगर संयोजक अतुल तिवारी ने बताया कि 12 फरवरी को ही प्रशासन को अवगत कराया था कि नदी में 100 से अधिक गोवंशों के शव पड़े हैं। प्रशासन ने महज 30 गोवंशों को दफनाकर अपनी पीठ थपथपा ली।
अगर प्रशासन सही ढंग से कार्रवाई नहीं करेगा तो बजरंग दल आंदोलन करेगा। बजरंग दल के नगर संयोजक ने बताया कि शवों को दफनाने में भी लापरवाही हो रही है। बताया कि गोवंशों के शव को कुत्ते नोचते नजर आए हैं।
हरदोई व सीतापुर के अफसरों में खींचतान
गोमती नदी का तेरवा महादेव घाट सीतापुर और हरदोई जिले का बाॅर्डर है। सूत्रों की मानें तो जब शव मिलने की सूचना प्रशासन को मिली तो हरदोई और सीतापुर के अधिकारियों के बीच जिले की सीमा को लेकर खींचतान शुरू हो गई। दोनों ही तरफ के अधिकारी नदी में मृत मिले गोवंशों को दूसरे जिले के बताते रहे।
जिम्मेदार बोले- हरदोई से बहकर आ रहे शव
गोवंशों के शव हरदोई जिले से बहकर आ रहे हैं। यहां नदी में काई है, इसी में गोवंश फंस जा रहे हैं। करीब 50 गोवंश फंसे थे। सीतापुर प्रशासन द्वारा गुरुवार देर शाम तक 15 गोवंश , तीन भैंस व 1 बकरी के शव दफनाए गए हैं। वहीं हरदोई प्रशासन ने हरदोई सीमा में लगे गोवंशों के 30 अधिक शवों में 8 शवों को ही ग्रामीणों की मदद से दफ़नाए गए हैं।
उपजिलाधिकारी सिधौलीअनिल रस्तोगी का कहना है कि इस मामले में एक पत्र हरदोई प्रशासन को लिखा जाएगा कि उनकी तरफ से गोवंश इस तरह बहकर आ रहे हैं, इस मामले की वह जांच करेंं और ठोस कार्रवाई करें।
इस दौरान तहसीलदार सिधौली विनोद कुमार सिंह, थाना संदना प्रभारी सुरेश कुमार पटेल, ग्राम सचिव रमाकांत, एडिओ पंचायत गोंदलामऊ मनोज सिंह, कानूनगो वीरपाल सिंह, पशुचिकित्साधिकारी गोंदलामऊ अलोक कुमार सिंह, तेरवा प्रधान प्रतिनिधि सुरेन्द्र अर्कवंशी, अशोक सिंह, भानु प्रताप सिंह, मुनेन्द्र द्विवेदी के अलावा फायर ब्रिगेड की टीम मौजूद रहीं। वहीं हरदोई जनपद की ओर संड़ीला एसडीएम तन्या सिंह, सीओ सिल्वा कुमारी, भरावन वीडियो रिता सिंह बीडीओ, अतरौली थाना प्रभारी सहित पुलिस बल मौजूद रहा।