कुष्ठ रोग की भ्रांतियों को जागरूक करने की जरूरत: सीएमओ
श्रावस्ती : जिले को कुष्ठ रोग से मुक्त बनाने के लिए राष्ट्रीय कुष्ठ उन्मूलन कार्यक्रम के तहत आगामी 21 दिसंबर से चार जनवरी के मध्य 14 दिवसीय सघन कुष्ठ रोगी खोज अभियान चलाया जाएगा। इसी क्रम में स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं का दो दिवसीय प्रशिक्षण एएनएम सेंटर भिनगा में आयोजित किया गया।
प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. अजय प्रताप सिंह ने कहा कि कुष्ठ रोग को लेकर समाज में अनेक भ्रांतियां व्याप्त हैं। इसलिए स्वास्थ्य कार्यकर्ता लोगों में इन भ्रांतियों को दूर करें और उन्हें जागरूक करें। उन्हें बतायें कि अन्य बीमारियों की तरह यह भी एक बीमारी है और इसकी जांच और इलाज की सुविधा स्वास्थ्य केंद्रों पर उपलब्ध है।
जिला कुष्ठ अधिकारी डॉ. संत कुमार ने बताया कि पोलियो प्रतिरक्षण अभियान की तरह ही यह अभियान जिले के सभी ब्लॉकों व शहरी क्षेत्रों में में चलाया जाएगा। इस दौराना आशा कार्यकर्ता और पुरुष सहयोगी की टीम घर-घर जाकर संभावित लक्षणों वाले कुष्ठ रोगियों को चिन्हित करने का काम करेंगी। आशा कार्यकर्ता द्वारा महिलाओं की और पुरुष कार्यकर्ता द्वारा पुरुषों की जांच की जाएगी। उन्होंने यह भी बताया कि जिन क्षेत्रों में आशा कार्यकर्ता नहीं हैं, वहां पर स्वयं सेवकों की टीमें बनाई जा रहीं हैं। जिला कुष्ठ परामर्शदाता डॉ. अभिषेक श्रीवास्तव ने कुष्ठ रोग के लक्षणों की जानकारी देते हुए बताया कि शरीर पर हल्के अथवा तांबई रंग के चकत्ते हों और उनमें सुन्नपन हो तो यह कुष्ठ हो सकता है। ऐसे हिस्से पर ठंडा या गरम का एहसास नहीं होता है। इसका इलाज मल्टी ड्रग थेरेपी द्वारा होता है। इस मौके पर सभी सीएचसी के अधीक्षक, बीसीपीएम, एनएमएस सहित कुष्ठ विभाग के कर्मचारी आदि उपस्थित रहे।