गोमती नदी से मछुआरों को मिली 3 फिट की प्राचीन मूर्ति
सीतापुर जनपद में गोमती नदी से मछली पकड़ते समय तीन मछुआरों को एक प्राचीन मूर्ति मिली है. यह प्राचीन मूर्ति काफी पुरानी बताई जा रही है. लोगों का मानना है कि गोमती नदी में कई जगहों पर प्राचीन संपदा आज भी बालू की रेत में दबी है.
सीतापुर। सीतापुर जनपद के संदना थाना क्षेत्र के अनरूधखेडा व महेशपुर गांव के समीप से गुजरी गोमती नदी में मछली पकड़ने के दौरान एक प्राचीन मूर्ति पाई गई है। इस दौरान मूर्ति देखने वाले ग्रामीणों की काफी संख्या में भीड़ लग गई। इस दौरान महेशपुर गांव के दक्षिण स्थित महेशनाथ शिव मंदिर परिसर में मूर्ति को विराजमान किया गया।
नदी से मिली 3 फिट की प्राचीन मूर्ति
दरअसल सीतापुर जिले के अनरूधखेडा गांव निवासी बनवारी लाल कश्यप अपने साथी दूबरि व रामकुमार के साथ गोमती नदी में मछली का शिकार कर रहे थे। इस दौरान उनकी जाल में 3 फिट ऊंची और 2.5 किलो वजन की सैकड़ों साल पुरानी मूर्ति मिली है। नदी से प्राचीन मूर्ति मिलने की जानकारी होने पर अनरूधखेडा, महेशपुर व आस पास गांव के काफी संख्या में लोग पहुंचे और उस मूर्ति को गोमती नदी के किनारे स्थित महेशनाथ मंदिर में विराजमान करा दिया गया।
वही महेशपुर ग्राम पंचायत के प्रधान जीतेंद्र सिंह ने एसडीएम सिधौली और सीईओ मिश्रिख को प्राचीन मूर्ति मिलने की सूचना दी गई। सूचना के बाद गोदलामऊ पुलिस चौकी प्रभारी राम बिसाल सिंह पुलिस कर्मी जय प्रकाश व विनोद चाहर के साथ पहुंचे। और उन्होंने ग्राम प्रधान जीतेंद्र सिंह व ग्रामीणों की मौजूदगी में लिखा-पढ़ी के बाद मूर्ति को अपने साथ ले गए हैं।
मूर्ति को लेकर ग्रामीणों में तरह तरह की चर्चाएं हो रही हैं कोई अष्टधातु की बता रहा है कोई चांदी की बता रहा है लेकिन मूर्ति के बारे में पूरी जानकारी पुरातत्व विभाग में परीक्षण होने के बाद ही पता चल पाएगी।