आपके रक्तदान से बचेगी तीन लोगों की जिंदगी: सीएमओ
सीतापुर। रक्तदान-महादान, इस स्लोगन को चरितार्थ करने के लिए स्वास्थ्य विभाग के तत्वावधान में शनिवार 17 सितंबर को जिले के चार स्वास्थ्य केंद्रों पर रक्तदान शिविरों का आयोजन किया गया है. सीएमओ डॉ. मधु गैरोला ने बताया कि रक्तदान शिविरों का आयोजन जिला चिकित्सालय सहित बीसीएम हॉस्पिटल, हिन्द अस्पताल, अटरिया और अनीता चैरिटेबल ब्लड बैंक में किया जा रहा है. इसके अलावा आगामी दिनों में भी अलग-अलग स्थानों पर रक्तदान शिविरों का आयोजन किया जाएगा.
सीएमओ ने आमजन से अपील करते हुए कहा कि आपके एक यूनिट रक्तदान से तीन लोगों की जिंदगी बच सकती है. इसलिए इसके प्रति समाज में सभी लोगों को जागरूक होना चाहिए और रक्तदान में बढ़चढ़ कर हिस्सा लेना चाहिए. उन्होंने कहा कि रक्तदान को लेकर अभी भी लोगों को भ्रम रहता है कि रक्तदान करने से उनका शरीर कमजोर हो जायेगा। रक्तदान के प्रति ऐसी धारणा पूरी तरह गलत है. उन्होने अपील की है कि रक्तदान सभी को करना चाहिए। रक्तदान करके आप दूसरों की तो जिंदगी बचा सकते हैं. खुद को भी कई गंभीर बीमारियों से बचा सकते हैं.
रक्तदान के लाभ
सीएमओ डॉ. मधु गैरोला ने बताया कि कोई भी स्वस्थ व्यक्ति जिसकी उम्र 18-60 साल है और उसका वजन 50 किलो से अधिक है वह रक्तदान कर सकता है. लोगों में इसको लेकर सबसे बड़ी भ्रांति ये है कि रक्तदान से कमजोरी आती है, लेकिन ऐसा नहीं है. एक स्वस्थ व्यक्ति के शरीर में 10 यूनिट (4-5 लीटर) रक्त होता है. रक्तदान में एक यूनिट रक्त लिया जाता है. शरीर में बड़ी मात्रा में आयरन के बनने से ऑक्सीडेटिव डैमेज हो सकता है, जो दिल के दौरे, स्ट्रोक के खतरे को बढ़ाता है. रक्तदान करके इस तरह के खतरों से बचा जा सकता है। मानव शरीर में पुराने रक्त का क्षय होता रहता है और प्रतिदिन नया रक्त बनता रहता है. मानव शरीर रक्तदान करने के 24 घंटों के भीतर रक्त की पूर्ति कर लेता है. कोई भी स्वस्थ व्यक्ति रक्तदान कर सकता है. पुरुष तीन महीने और महिलाएं चार महीने में एक बार रक्तदान कर सकती हैं.
इन्हें नहीं करना है रक्तदान
गर्भवती महिलाओं और रक्त अल्पता (एनीमिया) से पीड़ित व्यक्ति को रक्तदान नहीं करना चाहिए. जिस किसी ने तीन माह के अंदर कान, नाक छिदवाया है, टैटू गुदवाया है, या फिर जिसे सर्दी, जुकाम, बुखार या फिर कोई अन्य संक्रामक बीमारी है तो उसे रक्तदान नहीं करना चाहिए. इससे संक्रमण का खतरा रहता है. ब्लड प्रेशर, टीबी और एड्स पीड़ितों को रक्तदान नहीं करना चाहिए.
क्या करें-क्या न करें
शराब पीने के बाद 48 घंटों तक रक्तदान न करें। शराब में मौजूद तत्वों खून लेने वाले व्यक्ति के शरीर पर प्रतिकूल असर डालते हैं. रक्तदान के बाद जंक फूड का इस्तेमाल न करें। यह शरीर के लिए अच्छा नहीं होता. पौष्टिक आहार का ही सेवन करें. इसके अलावा रक्तदान से 24 घंटे पहले बीड़ी, सिगरेट न पीयें. रक्तदान के तीन घंटे बाद तक धूम्रपान न करें.