सेव द चिल्ड्रन संस्था के तत्वावधान में प्रतिरक्षा परियोजना के तहत हुई कार्यशाला
हर व्यक्ति को कोविड से बचाव का टीका लगवाना एकमात्र लक्ष्य
श्रावस्ती। जिला स्वास्थ्य समिति के तत्वावधान में सेव द चिल्ड्रन संस्था के सहयोग से सीएमओ कार्यालय में एक मीडिया वर्कशाप का आयोजन किया गया. इस कार्यशाला का उद्देश्य समुदाय में विशेष रूप से किशोरों और बच्चों में कोविड वैक्सीनेशन के प्रति जागरूकता लाना है, जिससे कि कोविड टीकाकरण को और भी मजबूत किया जा सके और हर वर्ग मे शतप्रतिशत टीकाकरण के लक्ष्य क़ो प्राप्त किया जा सके.
कार्यशाला में एसीएमओ डॉ. मुकेश मातनहेलिया ने कहा कि कोविड टीकाकरण को बढ़ावा देने के लिए स्वास्थ्य विभाग को जिन संस्थाओं का सहयोग मिल रहा है, उनमें से सेव द चिल्ड्रन संस्था की भूमिका काफी महत्वपूर्ण एवं सराहनीय हैं. इस मौके पर उन्होंने कार्यशाला में प्रतिभाग करने वालों से कोरोना वायरस और कोविड 19 संक्रमण से संबंधित विभिन्न मिथकों पर जानकारी दी.
हर व्यक्ति को कोविड से बचाव का टीका लगवाना एकमात्र लक्ष्य
सेव द चिल्ड्रेन के प्रोजेक्ट कोऑर्डिनेटर अखिलेश शुक्ला ने कोविड वैक्सीन के विशेष अभियान के बारे में विस्तार से जानकारी दी. उन्होंने बताया कि इस अभियान का उद्देश्य हर उस व्यक्ति तक पहुंचना है, जिसको कोविड से बचाव का टीका लगना है. उन्होंने बताया कि हमारी संस्था ने कोविड वैक्सीन के प्रति जागरूकता फैला रही. इस मौके पर राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के प्रभारी जिला कार्यक्रम प्रबंधक राकेश गुप्ता, जिला स्वास्थ्य एवं शिक्षा अधिकारी अभय प्रताप सहित विभिन्न संस्थाओं के प्रतिनिधि मौजूद रहे.
प्रशिक्षक अभिषेक मिश्रा ने बताया गया कि कोविड से बचाव का टीका न लगवाने वाले परिवारों को किस प्रकार से समझा-बुझाकर उनको वैक्सीनेशन के लिए तैयार किया जाए, जिससे जनपद में शत-प्रतिशत टीकाकरण हो सके और कोविड पर नियंत्रण पाया जा सके. राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के प्रभारी जिला कार्यक्रम प्रबंधक राकेश गुप्ता ने कहा कि यह प्रशिक्षण ना केवल कोविड टीकाकरण बल्कि हर तरह के टीकाकरण में सहयोगी होगा.
उन्होंने यह भी बताया कि समुदाय में आशा कार्यकर्ताओं के माध्यम से जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है जिससे शत प्रतिशत टीकाकरण किया जा सके। प्रशिक्षण के समान पर सीएमओ डाॅ. एसपी तिवारी ने सभी सभी आगंतुकों के प्रति आभार व्यक्त किया. प्रशिक्षण में सभी सीएचसी अधीक्षक, बीसीपीएम, बीपीएम व चयनित आशा संगिनी के साथ ही डब्ल्यूएचओ, यूनिसेफ, यूएनडीपी के प्रतिनिधि मौजूद रहे.