बैंक मित्र से दिनदहाड़े हुई लूट के खुलासे में किस सिपाही का रहा अहम योगदान
सीतापुर। यूपी के सीतापुर(sitapur) में पुलिस ने बैंक मित्र(bank friend) के साथ हुई दिनदहाड़े (daylight) 1.60 लाख रुपये की लूट का खुलासा (robbery exposed) किया. पुलिस ने लूट कांड में नाबालिक(minor)सहित दो लुटेरों को गिरफ्तार किया. पुलिस ने बैंक मित्र से लूटी गई नगदी में से 1 लाख 11 हजार रुपया, बैंक पासबुक,आधार कार्ड बरामद किया. इतना ही नहीं पुलिस ने लूट में प्रयुक्त मोटरसाइकिल व तमंचा कारतूस भी बरामद किया है. लूट कांड में शामिल लुटेरों की तलाश पुलिस काफी सरगर्मी के साथ कर रही थी. पुलिस की इस सफलता पर आईजी रेंज लक्ष्मी सिंह ने 25000 का इनाम दिया है.
पुलिस ने बैंक मित्र से लूटी गई नगदी में से मरामद किए 1लाख 11 हजार
यह लूट की वारदात सीतापुर जनपद अन्तर्गत संदना थाना इलाके में हुई थी. बताते चलें दिनदहाड़े 12 जुलाई को हुई लूट पुलिस के लिए एक चुनौती थी. इस लूट के खुलासे में संदना थाने पर तैनात सिपाही संत कुमार की अहम भूमिका रही.
अपर पुलिस अधीक्षक दक्षिणी के निकट पर्यवेक्षण व क्षेत्राधिकारी मिश्रिख के कुशल नेतृत्व में थाना संदना पुलिस टीम द्वारा घटना के अनावरण हेतु गठित थाना संदना पुलिस टीम द्वारा तीन दिन के भीतर घटना का अनावरण करते हुए प्राप्त सीसीटीवी फुटेज व अन्य साक्ष्यो के आधार पर रामगढ़ मोड़ के पास से घटना में संलिप्त अभियुक्त पवन पुत्र राम कुमार निवासी नरवीरपुर थाना संदना सीतापुर को गिरफ्तार व एक बाल अपचारी को पुलिस निगरानी में लिया गया है. जिनके पास से घटना से संबंधित कुल 1,11,400/- रुपये नगद, वादी की बैंक पासबुक व वादी की पत्नी का आधार कार्ड , घटना में प्रयुक्त सुजुकी हयाते मोटर साइकिल, एक अदद अवैध देशी तमंचा 12 बोर व 03 अदद जिंदा कारतूस 12 बोर बरामद किये गये है.
पहले की थी रेकी और बाद में दिया था घटना को अंजाम
गिरफ्तार किए गये अभियुक्तों से पूछताछ में पता चला कि 12 जुलाई को हमने रालामऊ बैंक में जाकर रेकी की थी. जहां से पैसे निकाल कर एक व्यक्ति नरौजी जाने वाले रास्ते पर जा रहा था. जिससे हम दोनो व हमारे एक अन्य साथी मनीष पुत्र राजेंद्र निवासी नरवीरपुर थाना संदना के साथ मिलकर रुपये व मोबाइल ले लिये थे. मोबाइल तोड़कर फेंक दिया था. उक्त घटना कारित करते समय प्रयुक्त मोटरसाइकिल की वास्तविक नंबर प्लेट बदलकर लगा दी थी बाद में कुछ दूर जाकर दोबारा वास्तविक नंबर प्लेट पुनः लगा दी थी ताकि हम लोग पकड़ में न आ सके.
घटना के खुलासे को लेकर अपर पुलिस अधीक्षक एन.पी सिंह ने बताया कि बैंक के पास ही नरबीरपुर गांव है जहां के यह लुटेरे रहने वाले हैं. बैंक मित्र सुरेंद्र कुमार जब पैसा लेकर जा रहा था. तब काफी देर तक उन्होंने रेकी की और उसी के बाद घटना को अंजाम दिया. उन्होंने बताया कि लुटेरों का यह एक शातिर गिरोह है. जो बैंकों में रेकी कर लोगों से लूटपाट करता है. यह पूर्व में भी कई घटनाओं को अंजाम दे चुके हैं. गिरोह का मुख्य सरगना मनीष फरार है जो कि पूर्व में नकबजनी, लूट,रहजनी की घटनाएं कर चुका है. इनके आपराधिक कृत्यों की जांच की जा रही है.