वेदांत मानस मंडल जीवन जीने की सिखाता है कला : परमहंस स्वामी प्रकाशानंद सरस्वती
संवाददाता ज्ञानेश पाल धनगर
सीतापुर। होली परिक्रमा मेला मिश्रित नैमिषारण्य शिविर सादात्ममानस वेदांत मंडल सनातन धर्म मंच पर उपदेश देते हुए परम संत श्री बलरामपुरी जी महाराज ललितपुर ने कहा कि उमर धीरे धीरे बीतती जा रही है ईश्वर का भजन करते रहो यही जीवन का सार है मंडल अध्यक्ष परमहंस स्वामी प्रकाशानंद सरस्वती फलाहारी बाबाजी ने कहा यह शिविर वेदांत मानस मंडल जीवन जीने की कला सिखाता है।
संसार में जो भी कुछ हम पाते हैं हम केवल पात्र होते हैं देने वाला तो परमात्मा ही होता है जबकि अहंकार वस सोचते हैं कि यह सब हमने अपने पुरुषार्थ और बुद्धि से पाया है जीव के प्रयासों से तो प्रभु कथा एवं प्रभु लीलाएं भी बुद्धि में नहीं बैठ पाती है।
संसार में अपनी बुद्धि ,रूप,कुशलता ,चातुर्यता, पद, धन किसी भी वस्तु पर अहंकार मत करना यह सब हमारी बुद्धि के कारण नहीं भगवत अनुग्रह के कारण हमें प्राप्त हुआ है। इस अवसर पर श्री स्वामी बलरामपुरी जी महाराज ललितपुर आश्रम (कुआतला), श्री स्वामी प्रकाशानंद सरस्वती जी फलाहारी बाबा (सिधौली), पंडित राजेंद्र तिवारी बाराबंकी, स्वामी महेश्वरानंद सरस्वती जी जौनपुर, स्वामी विद्यानंद सरस्वती जी महाराज नैमिषारण्य, पंडित सुबोध अवस्थी, कथाव्यास बिंसवा महंत संतोष दास खांकी बनगढ़, सनातनी बाबाश्री आत्मप्रकाश जी,विमल मिश्रा धर्माचार्य प्रमुख विहिप, अरुण त्रिपाठी, हिमांशु त्रिपाठी, पंडित विदेह मिश्रा पतौंजा, रोहितपांडे, समाज सेवक ज्ञानेश पाल धनगर, समाज आदि भक्तगण उपस्थित रहे।।