राज्य सरकार की योजना संविधान के समाजवादी ढांचे को मजबूत करेगी-गहलोत
शिवगंज/राजस्थान : राजस्थान शिक्षक संघ (प्रगतिशील) का प्रदेश महासमिति का अधिवेशन आशीर्वाद मैरीज गार्डन राजगढ़ में मुख्य अतिथि जौहरीलाल मीणा विधायक राजगढ़, विशिष्ठ अतिथि भौरी देवी राजेन्द्र राठौड़, प्रधान पंचायत समिति राजगढ़, सतिश दुहारिया चैयरमैन नगरपालिका राजगढ़, जयनारायण मीणा जिला शिक्षा अधिकारी शारीरिक शिक्षा दौसा, मनोज कुमार जैमन सदस्य प्रदेश कांग्रेस कमेठी, मातादीन मीणा विकास अधिकारी पंचायत समिति राजगढ़, रामेश्वर दयाल मीणा सीबीईओ राजगढ़ के आतिथ्य मे भव्य समारोह आयोजित हुआ.
शिक्षक संघ(प्रगतिशील)के प्रदेश मीडिया प्रभारी गुरुदीन वर्मा के अनुसार इस अवसर पर प्रदेश मुख्य महामंत्री धर्मेन्द्र गहलोत ने अपने उदगार व्यक्त करते हुए कहा कि हमारे पूवर्जों ने संविधान निर्माण के समय देश चलाने के लिए गांधीवादी समाजवाद को माध्यम बनाकर विविधताओं से भरे भारत देश के लिए उपयुक्त व्यवस्था की थी. गांधीवादी समाजवादी व्यवस्था ने गरीबों को उपर उठाने का कार्य किया.
सरकार राष्ट्रीय संपत्ति की ट्रस्टी है ताकि गरीब वगर् का स्तर सुधारा जा सकें. परंतु वतर्मान परिस्थितिया इसके विपरीत है जो पुंजीवाद को बढ़ावा दे रही है तथा गरीबो तथा अमीरों के बीच की खायी को बढ़ाने का कार्य रही है. पिछले नौ वर्ष के शासनकाल में केन्द्र सरकार द्वारा लिये फैसले आने वाले समय में देश को कमजोर कर देंगे. राष्ट्रीय संपत्ति को अमीरो तथा पुंजीवादीयों को सौंपने से इसका फायदा केवल कुछ प्रतिशत अमीरों को मिलेगा तथा इनके द्वारा गरीबों का शोषण बढ़ता चला जायेगा. जब गरीबी का स्तर बढ जायेगा तो इससे देश में अराजकता फैल जायेगी जो संविधान निर्माताओ ने कभी नहीं सोचा था.
प्रदेश मुख्य महामंत्री गहलोत ने संबोधन में आगे कहा कि राजस्थान की बात कि जाये तो हम पायेंगे कि वतर्मान गहलोत सरकार ने देश की व्यवस्था को समाजवादी स्वरूप में ही चलाने कि चेष्टा की जिसके साक्ष्य हम जनाधार योजना, चिंरजिवी योजना, सरकारी कमर्चारीयों के लिए आरजेएचएस योजना, समाज के हर कमजोर वर्ग यथाः विकलांग, वृद्व, परित्यक्त महिला, विधवा आदि को उचित वित्तिय सहयोग करना आदि में सहजता से देख सकते है. गहलोत सरकार की नितियो में समाजवादी लक्षण स्पष्ट रूप से दृष्टिगोचर होते है जिनको केन्द्र सरकार की नितियो में देखा जाना मुश्किल प्रतित होता है.
प्रदेशाध्यक्ष श्यामलाल आमेटा ने संबोधित करते हुए कहा कि वर्तमान दौर में केन्द्र की सरकार द्वारा सरकारी संपति को बेचने से हजारो नौकरी पैशे वालों को रोजगार का संकट उत्पन्न हो गया व देश में युवाओं के लिए हजारों नौकरी के अवसर समाप्त हो जायेंगे. जिस तरह से केन्द्र सरकार निजीकरण को बढ़ावा दे रही है उससे आने वाला समय शिक्षित बेरोजगारो के लिए चूनौती भरा होगा. जिससे हमेें सतर्क रहने की जरूरत है.
कार्यकारी प्रदेशाध्यक्ष नीरज शर्मा ने कहा संबोधित करते हुए कहा कि वर्तमान राज्य सरकार ने बजट में ऐतिहासिक घोषणा कर कमर्चारी, आमजन व सभी वर्गो को कुछ न कुछ राहत दिलाने का कार्य किया है. आगामी चूनावों में इसका सुखद परिणाम गहलोत सरकार को मिलेगा.
इस अवसर पर समारोह को रामेश्वरदयाल मीणा, ताराचन्द व्यास, रामवतार सिद्ध, योगेशचन्द्र वशिष्ठ, शिवचरण शर्मा, सीमा मीणा, रामकल्याण गुर्जर, डाॅ. हनवन्त सिंह मेड़तिया, नलीन शर्मा, बृजमोहन मीणा सहित कई अतिथियों ने भी सभा को संबोधित किया। अधिवेशन में राज्यभर से सैकड़ों प्रतिनिधि शामिल अतिथियों का जोरदार स्वागत किया गया.