महिला कल्याण की सौ दिवसीय विशेष कार्ययोजना तैयार
लखनऊ। महिला कल्याण विभाग ने प्रदेश में महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा, सम्मान एवं स्वावलम्बन के लिए मिशन शक्ति फेज 4.0 के तहत 100 दिवसीय विशेष कार्ययोजना तैयार की है. इसके तहत अप्रैल से जून माह तक पूरे प्रदेश में विभिन्न विविध कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे. इस संबंध में निदेशक महिला कल्याण मनोज कुमार राय ने सभी जिलाधिकारी को पत्र भेजकर आयोजित होने वाली गतिविधियों की विस्तृत रूपरेखा के बारे में अवगत कराया है.
मिशन शक्ति 4.0 के तहत अप्रैल से जून तक आयोजित होंगे कार्यक्रम
गतिविधियों में 13 से 21 अप्रैल के बीच जिलों के द्वारा ब्लाॅक स्तर पर एक दिवसीय स्वाबलंन कैंप का आयोजन कर मिशन शक्ति 4.0 की शुरुआत की जायेगी. यह कैंप प्रत्येक 15 दिवसों के अंतर पर आयोजित किये जायेंगे.
कैम्प के माध्यम से बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ, मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना, उप्र मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना, पति की मृत्युपरांत निराश्रित महिला पेंशन योजना के बारे में जानकारी देने के साथ ही पात्र लोगों का चिन्हांकन करते हुए लाभ भी पहुंचाया जायेगा.
इन शिविरों के माध्यम से सरकारी योजनाओं के दायरे में आने वाले परिवारों, महिलाओं और बच्चों के आवेदनों की समस्त कार्यवाही ‘इन वन विंडो कैम्पस’ के माध्यम से पूरी की जायेगी. कैम्प में फार्म भरने से लेकर सत्यापित करने और स्वीकृत करने वाले सभी अधिकारी व कर्मचारी को उपस्थित रहना होगा, ताकि पात्र लोगों को वहीँ पर लाभ दिलाने की कार्यवाही पूरी की जा सके.
कैम्प के आयोजन के बारे में समुदाय को अवगत कराने के लिए प्रचार-प्रसार के माध्यमों का बेहतर इस्तेमाल किया जाए ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग शामिल हो सकें और योजनाओं का लाभ ले सकें. हर ग्राम सभा के प्रधान व बाल संरक्ष्ण समिति को भी सक्रिय किया जाएगा ताकि हर ग्रामीण को कैम्प के आयोजन की जानकारी हो सके.
‘जागरूक’ मीडिया एडवोकेसी वर्कशॉप
मिशन शक्ति 4.0 के तहत 22 अप्रैल को महिला कल्याण के मुख्यालय पर सेंटर फार एडवोकेसी एंड रिसर्च (सीफार) संस्था के सहयोग से लखनऊ में मेगा इवेंट का आयोजन किया जायेगा. इसके तहत राज्यस्तरीय ‘जागरूक’ मीडिया एडवोकेसी वर्कशॉप का आयोजन किया जायेगा. इसी क्रम में 26 अप्रैल से 30 जून के मध्य सभी मंडलों में सीफार संस्था के सहयोग से मंडल स्तरीय ‘जागरूक’ मीडिया एडवोकेसी वर्कशॉप का आयोजन किया जायेगा. इन वर्कशॉप के माध्यम से विभाग के अंतर्गत संचालित योजनाओं को जनमानस तक पहुंचाने पर मीडिया के साथ विचार विमर्श होगा.
ये प्रमुख कार्यक्रम भी होंगे
एक मई को अंतरराष्ट्रीय बाल श्रम दिवस और तीन मई को अक्षय तृतीया के अवसर पर एक से सात मई तक बाल विवाह व बाल श्रम के खिलाफ जागरूकता व रेस्क्यू के लिए ‘आपरेशन मुक्ति’ चलाया जायेगा. 13 मई को प्रत्येक ग्राम सभा स्तर पर बच्चों और महिलाओं सम्बन्धी विभिन्न मुद्दों पर जागरूकता व विचार-विमर्श के लिए प्रधान सम्मेलन आयोजित किये जायेंगे.
26 से 28 मई के बीच लिंगानुपात पर जागरूकता के लिए समस्त ग्राम सभाओं में जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति में गुड्डा-गुड्डी बोर्ड की स्थापना की जायेगी. दो जून को मेगा इवेंट ‘ हक़ की बात जिलाधिकारी के साथ’ का आयोजन किया जाएगा, जिसके माध्यम से यौन हिंसा, लैंगिक असमानता, घरेलू हिंसा, कन्या भ्रूण हत्या, कार्यस्थल पर लैंगिक उत्पीडन और दहेज़ हिंसा आदि के सम्बन्ध में संरक्षण, सुरक्षा तंत्र, सुझाव व सहायता के लिए दो घंटे का पारस्परिक संवाद आयोजित किया जाएगा। 30 जून को मेगा इवेंट ‘अनंता’ का आयोजन किया जाएगा, जिसके माध्यम से प्रेरक महिलाओं और बालिकाओं की पहचान की जायेगी और सम्मान किया जाएगा.