बचाव की दवा खाएं, फाइलेरिया मुक्त समाज बनाएं: सुरेश राही
सीतापुर : राष्ट्रीय फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम के अंतर्गत आगामी 10 से 28 अगस्त तक सीतापुर सहित प्रदेश के 27 फाइलेरिया प्रभावित जनपदों में सर्वजन दवा सेवन अभियान शुरू हो रहा है। इस दौरान स्वास्थ्य विभाग की टीम घर पर आकर अपने सामने ही आपको फाइलेरिया से बचाव की दवा का सेवन कराएगी। फाइलेरिया संक्रमण से बचने का एकमात्र उपाय समय पर फाइलेरियारोधी दवा का सेवन करना है। इस दवा को साल में सिर्फ एक बार ही खाना है और तीन सालों तक लगातार खाना है। इस दवा को खाने से हम इसके संक्रमण से बचे रह सकते हैं। यह बात कारागार राज्यमंत्री सुरेश राही ने अपने निज निवास पर एक खास मुलाकात में कही।
उन्होंने कहा कि फाइलेरिया एक गंभीर और लाइलाज बीमारी है जो की मच्छर के काटने से होती है। मच्छर कभी भी, किसी को भी, कहीं भी काट सकता है इसके लक्षण आने में पांच से 15 साल लग जाते हैं। उन्होंने आमजन से अपील करते हुए कहा कि मेरा आप सभी से अनुरोध है कि 10 अगस्त को आप सब इस फाइलेरिया रोधी दवा का सेवन करें, साथ ही आप अपने परिवारीजन और आसपास के लोगों को भी इस दवा का सेवन करने के लिए प्रेरित करें और समाज को फाइलेरिया मुक्त बनाने में सहयोग करें।
इस दवा के सेवन से कोई वंचित न रहे हमें इस बात का भी ध्यान रखना होगा। यह दवा दो साल से कम उम्र के बच्चों, गर्भवती और अति गंभीर लोगों को छोड़कर हर किसी को खानी है। उन्होंने कहा कि फाइलेरिया जैसी गंभीर बीमारी को समाज से खत्म करने के लिए इस अभियान को जन-आन्दोलन बनाने की जरूरत है। उन्होंने बताया कि सरकार के निर्देशानुसार आपके घर पर आकर स्वास्थ्य कार्यकर्ता अपने सामने ही आपको फाइलेरियारोधी दवा का सेवन कराएंगे और आप सब उनके सामने ही दवा का सेवन भी करें। इस दवा को खाली पेट नहीं खाना है। दवा खाने के बाद किसी-किसी को जी मिचलाना, चक्कर या उल्टी आना, सिर दर्द, खुजली की शिकायत हो सकती है, ऐसे में घबराने की जरूरत नहीं है। यह एक सामान्य प्रक्रिया है। ऐसा शरीर में फाइलेरिया के परजीवी होने से हो सकता है, जो दवा खाने के बाद मरते हैं। ऐसी प्रतिक्रिया कुछ देर में स्वतः ठीक हो जाती है।