शिया कॉलेज में सफल रक्तदान शिविर का आयोजन
छात्रों और शिक्षकों ने मिलकर किया रक्तदान
एक यूनिट रक्त, तीन जीवन’: शिया कॉलेज के रक्तदान शिविर ने दिया संदेश
कलम और किताब के साथ रक्तदान का संकल्प
शिक्षा के साथ सेवा का संगम, शिया कॉलेज के रक्तदान शिविर ने दिया संदेश
लखनऊ। शुक्रवार को शिया पी.जी. कॉलेज के ख़तीब-ए-अकबर मिर्ज़ा मोहम्मद अतहर लाइब्रेरी में सुबह 10:00 बजे से शाम 5:00 बजे तक एक रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। हेल्थ सिटी और मेडवेडिक हेल्थटेक के सहयोग से आयोजित इस शिविर में महाविद्यालय के छात्रों, शिक्षकों और कर्मचारियों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लेकर रक्तदान के प्रति जागरूकता का एक नया अध्याय लिखा।
शिया पी.जी. कॉलेज के प्राचार्य प्रो. एस.एस.आर. बाक़री ने इस अवसर पर कहा, “यह शिविर केवल रक्तदान तक सीमित नहीं है। यह हमारे युवाओं की सामाजिक जिम्मेदारी और मानवता के प्रति समर्पण का प्रतीक है। एक यूनिट रक्तदान तीन जीवन बचा सकता है – यह संदेश हम हर युवा तक पहुंचाना चाहते हैं।”
डा० मिर्जा मोहम्मद अबू तैय्यब, निदेशक सेल्फ फाइनेंस, शिया पी.जी. कॉलेज ने शिविर की सफलता पर प्रकाश डालते हुए कहा, ” छात्रों, शिक्षकों और कर्मचारियों का जोश और समर्पण हमारी सभी अपेक्षाओं से कहीं अधिक था, जो समाज के प्रति उनकी संवेदनशीलता को दर्शाता हैं।”
प्रो. भुवन भास्कर श्रीवास्तव, भौतिकी विभागाध्यक्ष एवं कार्यक्रम संयोजक, ने इस पहल की सराहना करते हुए कहा, “यह शिविर हमारे छात्रों के लिए एक शैक्षणिक अनुभव भी रहा। उन्होंने न केवल रक्तदान किया, बल्कि इसके महत्व और प्रक्रिया के बारे में भी सीखा।”
डॉ. वहीद आलम, मुख्य कार्यक्रम अधिकारी एनएसएस, ने न केवल स्वयं रक्तदान किया बल्कि अन्य लोगों को भी इसके लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा, “रक्तदान एक ऐसा दान है जो सीधे जीवन बचाता है। मैं चाहता हूं कि हर स्वस्थ व्यक्ति इस महान कार्य में भाग ले।”
शिविर में सभी रक्तदाताओं को प्रमाण पत्र और उपहार के साथ-साथ नि:शुल्क स्वास्थ्य जांच की सुविधा भी प्रदान की गई। इसके अलावा, रक्तदान के बाद ताजगी के लिए पौष्टिक स्नैक्स और पेय की व्यवस्था की गई थी।
इस कार्यक्रम के आयोजन में डॉ. सुधाकर वर्मा, कार्यक्रम अधिकारी एनएसएस, और डॉ. अम्बरीश, कार्यक्रम अधिकारी एनएसएस, एवं अजीत सिंह, सहायक, एनएसएस, एनसीसी और खेलकूद ने भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उनके समन्वित प्रयासों और मार्गदर्शन ने छात्रों में उत्साह भरने और शिविर को व्यापक स्तर पर सफल बनाने में अहम योगदान दिया।