Surya Satta
राष्ट्रीय

रूस ने युद्ध के सभी नियमों को ताक पर रखकर बच्चों के अस्पतालों पर किया है हमला: संदीप पाण्डेय  

लखनऊ। बुधवार को सोशलिस्ट पार्टी के
पदाधिकारी व कार्यकर्ताओं (socialist Party) द्वारा शहीद पार्क से हजरतगंज स्थित गांधी प्रतिमा(Gandhi Statue located from Shaheed Park to Hazratganj) तक रूस युुद्ध रोके जाने की मांंग को लेेकर पैदल मार्च निकाला गया. इस दौरान सोशलिस्ट पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष संदीप पाण्डेय (Socialist Party chief Sandeep Pandey) ने कहा की कल गुरुवार को यूक्रेन व रूस के बीच चल रहे युद्ध का एक माह पूरा(One month completed of the ongoing war between Ukraine and Russia) हो जायेगा. इस युद्ध से यूक्रेन व रूस दोनो का नुक़सान हो रहा है.

 

सोशलिस्ट पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष संदीप पाण्डेय ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि रूस के यूक्रेन पर हमले को अब एक महीना होने जा रहा है दुनिया से तमाम आवाज और उसको युद्ध समाप्त करने को कह रही हैं किंतु रूस पर इसका कोई असर नहीं पड़ रहा है.
खासकर जब यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर झेलेंस्की उत्तर अटलांटिक संधि संगठन में न शामिल होने के लिए राजी हो गए हैं जो रूस की बड़ी मांग है, ऐसे में अब युद्ध को जारी रखने का क्या औचित्य है?

रूस के पास है वीटो पावर जिस वजह से उस पर संयुक्त राष्ट्र का भी नही बन सकता दबाव

रूस ने युद्ध के सभी नियमों को ताक पर रखकर बच्चों के अस्पताल तक पर हमला किया है जो युद्ध अपराध है किंतु संयुक्त राष्ट्र संघ के सुरक्षा परिषद का सदस्य होने के कारण रूस के पास वीटो शक्ति है जिस वजह से उस पर संयुक्त राष्ट्र का भी कोई दबाव नहीं बन सकता.
पूर्व में अमेरिका ने भी इराक पर हमला करते समय संयुक्त राष्ट्र के अधिकांश देशों की राय को नजर अंदाज कर दिया था.संयुक्त राष्ट्र संघ यदि ऐसे समय में अपने आप को लाचार महसूस कर रहा है तो जरूरत इस बात की है कि संयुक्त राष्ट्र संघ के स्वरूप को बदला जाए, उसे और लोकतांत्रिक बनाया जाए तथा सुरक्षा परिषद की स्थाई सदस्यता व वीटो शक्ति खत्म की जाए.

युद्ध जितना लंबा चलेगा यूक्रेन ही नहीं रूस का भी होगा नुकसान

युद्ध जितना लंबा चलेगा उतना ही यूक्रेन ही नहीं रूस का भी भारी नुकसान होगा यह बात रूस को समझनी चाहिए. रूस के ऊपर तमाम प्रतिबंध वैसे ही लग गए हैं अब उसे प्रतिष्ठा का मुद्दा बनाकर छोड़कर यूक्रेन से सीधे अथवा किसी माध्यम की मदद से बातचीत कर युद्ध समाप्त कर देना चाहिए. बड़ी संख्या में लोगों की जानें जा चुकी हैं , घर तबाह हो चुके हैं खाने पीने की कमी हो गई है शहर रहने लायक नहीं रहे और लोगों को आस पड़ोस के देशों में पलायन करना पड़ रहा है. यह युद्ध मानवीय त्रासदी बन गया है जिसका अंत होना जरूरी है.
रूस के पास नाभिकीय शस्त्र भी है तथा यूक्रेन में चेर्नोबिल में बंद पड़ा नाभिकीय बिजली संयंत्र है. किसी भी दुर्घटना से अथवा नाभिकीय शस्त्र के प्रयोग से विक्रण का खतरा भी उत्पन्न हो जाएगा जिसका प्रभाव आने वाली पीढ़ियों तक रहेगा.
इस युद्ध का कारण अमेरिका द्वारा यूक्रेन को उत्तर अटलांटिक संधि संगठन में लिए जाने के प्रयास थे जिससे रूस के लिए असुरक्षा उत्पन्न हो रही थी. रूस व अमेरिका इस युद्ध के लिए जिम्मेदार हैं उन्हें आपस में तय कर लेना चाहिए कि शीत युद्ध को समाप्त किए जाने की भावना की कद्र करते हुए दुनिया से सारे खतरनाक हथियार जैसे नाभिकीय सशस्त्र समाप्त किए जाने चाहिए, नहीं तो युद्ध का खतरा हमेशा बना रहेगा.

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