वेक्टर जनित रोगों की स्थिति को लेकर हुई समीक्षा बैठक
लखीमपुर। अपर निदेशक चिकित्सा, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण के कार्यालय में गुरुवार को लखीमपुर में वेक्टर जनित रोगों की स्थिति को लेकर समीक्षा बैठक हुई. लखनऊ में बैठक की अध्यक्षता करते हुए निदेशक -संचारी रोग एवं वेक्टर जनित रोग डा. एके सिंह ने कहा कि समय रहते हमें सभी आवश्यक कदम उठाने हैं और कार्यवाही करनी है. ताकि इन रोगों का प्रसार न होने पाए. मलेरिया रोधी माह शुरू हो चुका है, साथ ही अब मानसून भी आने वाला है. ऐसे में हमें पूरी तरह तैयार रहना है. जिले से लेकर ग्राम स्तर तक काम करना है.
आशा कार्यकर्ता को स्लाइड बनाने के लिए प्रशिक्षित करें. संवेदनशील क्षेत्रों पर बहुत ज्यादा ध्यान देने की जरूरत है. ब्लॉक स्तर पर रैपिड रिस्पॉन्स टीम (आरआरटी) से संपर्क करें. इसी क्रम में निदेशक संचारी ने यह भी निर्देशित किया कि मलेरिया और फाइलेरिया निरीक्षक अपने-अपने ब्लॉक में ही अपनी उपस्थिति दर्ज कराएंगे. उसी ब्लॉक पर अपने कार्यों को संचालित करेंगे. दस जून तक मच्छर प्रजनन स्थलों का चिन्हीकरण कर लें. यदि यह काम सही समय से कर लेंगे तो वेक्टर जनित रोगों का आउटब्रेक नहीं हो पाएगा. उसके बाद सोर्स रिडक्शन का काम शुरू करें. किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जायेगी. निदेशक द्वारा समय से सभी गतिविधियों को संपादित करने के निर्देश दिए गए हैं.
सोर्स रिडक्शन का काम करें, जिम्मेदार
अपर निदेशक डा. जीएस बाजपेई ने कहा कि सर्वप्रथम जहां पर बुखार के मरीज आ रहे हैं. वहां पर सोर्स रिडक्शन का काम करें. आशा कार्यकर्ता और आरआरटी टीम के साथ समन्वय स्थापित करें. सर्वे और सोर्स रिडक्शन करते हुए पंचायती राज विभाग, नगर निगम को इसकी जानकारी समय से दें, ताकि समय से फॉगिंग और छिड़काव किया जा सके. फॉगिंग और छिड़काव के लिए जिस घोल का उपयोग किया जा रहा हैं. उसकी भी जांच करें.
राज्य कार्यक्रम अधिकारी डा. एके पांडे ने कहा कि संवेदनशील क्षेत्रों पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है. ग्राम स्तर से जिला स्तर तक यदि सभी लोग अपने काम को जिम्मेदारी से करते हैं तो डेंगू एवं मलेरिया आदि रोगों का उन्मूलन हम कर सकते हैं. इस मौके पर डिविजनल एंटोमोलोजिस्ट डा. मानवेंद्र त्रिपाठी, निदेशक कार्यालय के भानु , हरदोई के वेक्टर बार्न डिजीज के नोडल अधिकारी डा. एके पंकज, लखीमपुर के जिला मलेरिया अधिकारी, जिले के ब्लॉक स्तर के अधिकारी व मलेरिया तथा फाइलेरिया इंस्पेक्टर उपस्थित रहे.