अपने लक्ष्य को एकलव्य की तरह साधना चाहिए, यदि ऐसा करते हैं तो दुनिया की कोई ऐसी ताकत नहीं जो लक्ष्य से रोक सके
सीतापुर। परिश्रम करते रहो, सफलता स्वयं शोर मचाती है इसलिए कठोर परिश्रम करते रहो. यह बात असिस्टेंट लैंड रिफॉर्म कमिश्नर बोर्ड आफ लखनऊ अशोक कुमार शुक्ला ने स्वामी विवेकानंद शिक्षण संस्थान में राज्य हिंदी संस्थान बनारस उत्तर प्रदेश के द्वारा साहित्यकार देवेंद्र काश्यप निडर और सतीश चंद्र के प्रातिभ अलंकरण व प्रोत्साहन कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि कहीं .

उन्होंने कहा कि प्रतियोगी छात्रों को अपने लक्ष्य को एकलव्य की तरह साधना चाहिए यदि आप ऐसा करते हैं तो दुनिया की कोई ऐसी ताकत नहीं है जो तुम्हें लक्ष्य से रोक सके शिया पीजी कॉलेज लखनऊ के एसोसिएट प्रोफेसर डॉक्टर सुधाकर वर्मा ने मुख्य समागत के रूप में कहा कि देवेंद्र कश्यप निडर ने राज्य हिंदी संस्थान बनारस के द्वारा प्रायोजित साहित्यिक प्रतियोगिता में संपूर्ण प्रदेश में प्रथम स्थान प्राप्त कर सीतापुर जिले को प्रदेश पर गौरवान्वित किया है और इसके साथ ही सतीश चंद्र द्वितीय स्थान प्राप्त किया है यह सब संघर्ष के कारण संभव हुआ है.
इसलिए प्रतियोगी छात्रों आपको भी लगन लगा कर अपनी परीक्षा की तैयारी के लिए दिन रात एक करना एक कर देना चाहिए आप लोगों के उज्जवल भविष्य के लिए मेरी शुभकामनाएं हैं.

डा बिन्द्रा प्रसाद धुरिया ने कहा की देवेंद्र कश्यप निडर और सतीश चंद्र ने संस्थान के द्वारा पुरस्कार प्राप्त कर हम सबका सीना चौड़ा किया है इसलिए मैं इनको बधाइयां देता हूं बधाइयां और शुभकामनाएं देता हूं ऋषि सरस्वती चेयरमैन मीना राजपूत ने कहा की संघर्ष की कोख से ही सफलता का जन्म होता है इसलिए संघर्ष से डरे नहीं बल्कि संघर्ष के रास्ते पर चलकर देश के लिए मिसाल बने. बाबूराम पाण्डेय ने कहा की प्रातिभ अलंकरण और प्रोत्साहन यह हर उस सजग नागरिक को अधिकार देता है कि समाज की क्षेत्र की देश की प्रतिभाओं का सभी सम्मान करें जिससे इसे भारत का निर्माण हो सके.
केदारनाथ शुक्ला ने मंच संचालन करते हुए कहा कि देवेंद्र कश्यप निडर और सतीश चंद्र हिंदी साहित्य के आंगन में नए-नए पुष्प खिलाएंगे जिसकी सुगंध से पूरा समाज और देश सुभाषित होगा वे साहित्यकार जीवन में खूब प्रगति करें शुभकामनाएं धन्यवाद ज्ञापन देते हुए आर डी वर्मा ( गुरु जी) ने कहा कि शिक्षा ही वह ताकत है जिसक देश के विकास में अस्थाई परिवर्तन कर सके. गीतकार सुरेश साहनी ने गीतों की गंगा बहयी और प्रतियोगी छात्रों को प्रोत्साहित किया.

इस मौके पर जेपी पांडे रागनी विश्व दीक्षित शशांक तिवारी, साइमा, राजेश कश्यप, एस एन कश्यप प्रजापति अजय कुमार अनूप कुमार, विनोद शर्मा सागर, नीतू वर्मा सर्वेश राजपूत सहित सैकड़ों लोग उपस्थित रहे.