पोषण अभियान एवं वृक्षारोपण कार्यक्रम आयोजित
सीतापुर। आज़ादी का अमृत महोत्सव के अन्तर्गत “सही पोषण देश रोशन” के उद्वेश्य से माननीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के जन्मदिवस पर ” *पोषण अभियान एवं वृक्षारोपण कार्यक्रम”* का आयोजन कृषि विज्ञान केन्द्र, अम्बरपुर में किया गया। शिशुओं/बच्चों, गर्भवती महिलाओं, बुजुर्गों एवं अन्य महिला – पुरुषों में उचित पोषण ना मिलने के कारण हो रही समस्याओं को ध्यान में रखते हुए बच्चों, महिलाओं, किसानों एवं प्रसार कार्यकर्ताओं को न्यूट्री गार्डेन, विभिन्न फसलों की बायोफोर्टिफाइड प्रजातियों के बारे में जागरूक किया गया तथा न्यूट्री अनाज एवं उनका मानव स्वास्थ्य में महत्व, वृक्षारोपण का कृषि एवं कृषि अर्थव्यवस्था पर प्रभाव के बारे में जागरूक करने के उददेश्य से चर्चा की गई. साथ ही साथ न्यूट्री गार्डेन हेतु पांच सब्जियों के बीज एवं फलदार वृक्ष भी वितरित गए.
इस अवसर पर प्रतिभागियों को माननीय माननीय मंत्री कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार नरेन्द्र सिंह तोमर का प्रतिभागियों के लिए संदेश का यू ट्यूब के माध्यम से सजीव प्रसारण दिखाया गया तथा एक गोष्ठी का भी आयोजन किया गया. प्रतिभागियों को पोषण वाटिका में रोपित करने हेतु उन्नतशील प्रजाति के अमरुद/आम के पौधे एवं इफको द्वारा प्रदत्त सब्जियों (भिंडी, गाजर, मूली, पालक एवं मेथी) के बीज की किट भी वितरित की गई। यह कार्यक्रम इफको के सहयोग से किया गया तथा इसमें बाल विकास पुष्टाहार विभाग की सुपरवाइजर एवं आंगनवाड़ी कार्यकत्रियों, तथा महिला एवं पुरुष किसानों ने भाग लिया.
इस कार्यक्रम के उद्घाटन सत्र में कृषि विज्ञान केन्द्र के वैज्ञानिक डॉ0 विनोद कुमार सिंह ने अतिथियों का स्वागत करते हुए कार्यक्रम की रूपरेखा पर विस्तार पूर्वक प्रकाश डाला तथा अपने सम्बोधन में कहा कि आजकल आहार में आवश्यक पोषक तत्वों का सन्तुलन न होने के कारण लोगों को खासकर बच्चों, गर्भवती महिलाओं एवं बुजुर्गों को नाना प्रकार की समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। अतः सभी लोगों को उचित पोषण की जानकारी अति आवश्यक है।
प्रशिक्षण कार्यक्रम के तकनीकी सत्र में कृषि विज्ञान केन्द्र के वैज्ञानिक डॉ0 विनोद कुमार सिंह ने विभिन्न पोषक फसलों की प्रजातियों एवं उनमें पाए जाने वाले पोषक तत्वों एवं उनका संतुलित आहार में योगदान पर विस्तार पूर्वक चर्चा की। डॉ सिंह ने पोषण वाटिका का निर्माण, उगाए जाने वाली सब्जियों, फलों, एवं अन्य फसलों की उत्पादन तकनीक, पोषण वाटिका का मानव स्वास्थ्य में योगदान, विभिन्न पोषक तत्वों का मानव स्वास्थ्य मे महत्व, वृक्षारोपण का कृषि एवं कृषि अर्थव्यवस्था मै योगदान पर विस्तृत जानकारी प्रदान किया.
इस कार्यक्रम मे कृषि विज्ञान केन्द्र के अपर निदेशक डॉक्टर दिनेश सिंह ने अपने सम्वोधन में कहा कि सभी लोगों को गोष्ठी में बताई जाने वाली बातों को ध्यानपूर्वक सुनकर स्वयं भी अपनाना चाहिए तथा ज्यादा से ज्यादा लोगों में प्रचारित करना चाहिए जिससे अधिक लोगों को लाभ प्राप्त हो तथा कुपोषण, एनीमिया एवं पोषण तत्वों की कमी से होने वाली बीमारियों का सामना न करना पड़े.
केन्द्र की गृह वैज्ञानिक ऋचा सिंह ने न्यूट्री गार्डेन: पोषण गृह वाटिका/ छत पर बागवानी एवं संतुलित पोषण के लिए पोषण थाली के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी प्रदान की तथा उचित पोषण में पोषक तत्वों का महत्व, संतुलित आहार का आयोजन, एनीमिया व विटामिन्स की कमी से होने वाले रोगों एवं उनके निदान पर प्रकाश डाला एवं लोगों की जिज्ञासाओं का समाधान भी किया.
इस कार्यक्रम मे इफको के मुख्य क्षेत्र प्रबंधक सीतापुर डॉ0 विनय मोहन ने अपने सम्वोधन में कहा कि सभी लोगों को उचित पोषण पर ध्यान देना चाहिए तथा से ज्यादा लोगों में प्रचारित करना चाहिए जिससे अधिक लोगों को कुपोषण, एनीमिया एवं पोषण तत्वों की कमी से होने वाली बीमारियों का सामना न करना पड़े.
केन्द्र के वैज्ञानिक अमरनाथ सिंह, डॉ0 उमेश कुमार सिंह, अजय त्रिपाठी ने भी अपने वक्तव्य में वृक्षारोपण के मानव जीवन में महत्व पर जानकारी दी.
इस अवसर पर कृषि विज्ञान केन्द्र के परिसर में पौध रोपण भी किया गया तथा आंगनबाड़ी केंद्रों पर पोषण गृह वाटिका की प्रर्दशन इकाई तैयार करने के लिए अमरूद के पौध एवं इफको द्वारा प्रदत्त पालक, गाजर, मूली, भिंडी एवं मेथी के बीज की किट भी प्रदान की गई। अन्य महिला एवं पुरूष किसानों को भी पौध एवं बीज की किट वितरित की गई.
इस अवसर पर सिधौली की सुपरवाइजर शैलेंद्री कनौजिया एवं जयमाला, इफको सिधौली के प्रभारी प्रभात उपस्थित थे.