गांधी की लाठी में अहिंसा, शास्त्री संग सत्ता में सादगी परिभाषा
(दिनेश प्रसाद सिन्हा, साउथ अफ्रीका से )
जयंती विशेष
गांधी की लाठी में अहिंसा,
शास्त्री संग सत्ता में सादगी परिभाषा।
आज की सत्ता की देख पिपाशा,
होती गांधी शास्त्री की अभिलाषा।।
एक ने अहिंसा का पाठ पढ़ाया,
दूसरे ने किसान विज्ञान को समझाया।
करमचंद ने ब्रिटिश को ललकारा,
लालबहादुर ने अमेरिका को फटकारा।।
बापू ने जगत को दिया,
मानवता व इंसानियत का अर्पण।
शास्त्री ने विश्व को दिया,
फ़कीरी और साधुता का समर्पण।।
दोनों का अलग-अलग महत्व,
पर भारत हेतु एक अस्तित्व।
दो अक्टूबर होता प्रकट दिवस,
मिलकर मनाते सभी उत्सव।।