Surya Satta
सीतापुर

फाइलेरिया रोगियों को हर दिन व्यायाम व सफाई की दी सलाह

 

सीतापुर : फाइलेरिया मरीजों के लिए शुक्रवार को बिसवां सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर रुग्णता प्रबंधन एवं दिव्यांगता उपचार (एमएमडीपी) एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित हुआ। यह आयोजन राष्ट्रीय फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम के तहत स्वास्थ्य विभाग के तत्वाधान में स्वयंसेवी संस्था पाथ और सेंटर फॉर एडवोकेसी एंड रिसर्च (सीफार) के सहयोग से हुआ। इस मौके पर मरीजों को किट के जरिए रूग्णता प्रबंधन एव विकलांगता से बचाव के सभी गुर सिखाये गये। इस दौरान 24 फाइलेरिया रोगियों को प्रशिक्षित कर उन्हें एमएमडीपी किट का वितरण किया गया।
प्रभारी जिला मलेरिया अधिकारी मंजूषा गुप्ता ने बताया कि फाइलेरिया बीमारी का कोई उपचार नहीं है केवल इसका रोकथाम और प्रबंधन किया जा सकता है। इस बीमारी में दवा के साथ नियमित व्यायाम करना और प्रभावित अंगों की साफ सफाई रखना बहुत आवश्यक है। नियमित व्यायाम प्रभावित अंगों की सूजन को कम करता है।

 

फाइलेरिया निरीक्षक ओम प्रकाश भारद्वाज ने एमएमडीपी किट का प्रदर्शन करते हुए उसके प्रयोग और फाइलेरिया ग्रस्त अंगों की साफ-सफाई के तरीकों की जानकारी दी। इसके साथ ही साथ ही उन्होंने फाइलेरिया ग्रस्त अंगों की सूजन कम करने के लिए कुछ हल्के और आसान व्यायाम की भी जानकारी दी ।
जीव वैज्ञानिक डॉ. आरके सिंह ने बताया कि फाइलेरिया से बचाव के लिए मच्छरों से बचना जरूरी है और मच्छरों से बचाव के लिए घर के आस-पास पानी, कूड़ा और गंदगी जमा न होने दें। उन्होंने बताया कि मच्छरों से बचाव कर हम लोग फाइलेरिया से बच सकते हैं। मच्छरों को नष्ट करने के लिए जल भराव वाले स्थानों में पूर्व में प्रयोग हुआ मोबिल ऑयल डाल दें।

 

सोते समय पूरी बांह के कपड़े पहने और मच्छरदानी का प्रयोग करें। यदि किसी को फाइलेरिया के लक्षण नजर आते हैं तो वे घबराएं नहीं। स्वास्थ्य विभाग के पास इसका पूरा उपचार उपलब्ध है। इसलिए लक्षण नजर आते ही सीधे सरकारी अस्पताल जाएं। पाथ संस्था की प्रतिनिधि डॉ. आएशा आलम ने बताया कि फाइलेरिया रोग क्यूलेक्स मच्छर काटने से होता है। इस मच्छर के काटने से पुवेरिया नाम के परजीवी शरीर में जाने से ये रोग होता है। वयस्क मच्छर छोटे-छोटे लार्वा यानि माइक्रो फाइलेरिया को जन्म देता है। इस मौके पर सीएचसी के डॉ. सौरभ मेहरोत्रा, फाइलेरिया निरीक्षक आर्यन शुक्ला के अलावा सीफार प्रतिनिधि मौजूद रहे।

 

क्या कहते हैं मरीज

 

अहमदपुर फाइलेरिया रोगी स्वयं सहायता समूह की सदस्य पूनम ने बताया कि फाइलेरिया ग्रस्त पैर की साफ-सफाई और पैर धोने, पोंछनेछने और व्यायाम के बारे में जानकारी मिली है। मैं डॉक्टर के बताए अनुसार रोजाना दिन में दो बार अपने पैरों की सफाई और व्यायाम करूंगी दुदियापुर फाइलेरिया रोगी स्वयं सहायता समूह लालचंद ने बताया कि जिस तरह से प्रशिक्षण में साफ-सफाई और व्यायाम के बारे में बताया गया है। हम लोग आज से ही अपने पैर के साफ सफाई व व्यायाम करने पर ध्यान देंगे। इससे दर्द में और चलने में आराम तो मिलेगा। खुशबू फाइलेरिया रोगी स्वयं सहायता समूह खुशबुन ने बताया कि आज की मीटिंग में बताया गया कि मच्छर काटने से फाइलेरिया होता है। अब मच्छरदानी लगाकर ही सोने से बचाव होगा। घर के आसपास साफ सफाई रखकर हमें मच्छरों को पनपने नहीं देना है। सगूफी फाइलेरिया रोगी स्वयं सहायता समूह की इशरत जहां का कहना है कि फाइलेरिया समूह से जुड़ने के बाद बहत जानकारी मिल रही है पहले हमें न तो बीमारी के बारें मे पता था न ही देखभाल के तरीके के बारे में पता था।

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