Surya Satta
श्रावस्ती

बलगम के नमूने के लिए खुले स्थान पर बनाये जाएंगे कफ कॉर्नर  

 

श्रावस्ती : टीबी (क्षय) रोगियों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने के लिए अब हर माह की 15 तारीख को निक्षय दिवस का आयोजन किया जाएगा. यह आयोजन जिले के सभी जिला अस्पताल, सीएचसी, पीएचसी व हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर किया जाएगा. इस संबंध में उत्तर प्रदेश राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की मिशन निदेशक ने संबंधित अधिकारियों को पत्र जारी कर आवश्यक दिशा निर्देश दिए हैं.

 

डिप्टी सीएमओ व जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ. संत कुमार ने बताया कि निक्षय दिवस पर सभी संभावित क्षय रोगियों की सूची के अनुसार जांच की जाएगी. जिसमें एचआईवी और डायबिटीज की जांच अवश्य कराई जाएगी. बलगम के नमूने देने के लिए स्वास्थ्य केंद्र के बाहर खुले स्थान पर कफ कॉर्नर बनाए जाएंगे. सभी संभावित क्षय रोगियों को टीबी के लक्षण, जांच एवं उपचार संबंधी परामर्श और दवाएं मुफ्त दी जाएंगी. इसके अलावा निक्षय पोषण योजना से संबंधित तकनीकी मसलों को भी हल किया जाएगा एवं बीच में इलाज छोड़ चुके मरीजों का फॉलो अप कर पुनः इलाज शुरू कराया जाएगा. उन्होंने यह भी बताया कि यदि माह की 15 तारीख को रविवार पड़ेगा तो अगले कार्य दिवस पर निक्षय दिवस का आयोजन किया जाएगा.

निक्षय दिवस के आयोजन से पहले की कार्य योजना

 

क्षय रोग उन्मूलन कार्यक्रम के जिला कार्यक्रम प्रबंधक रवि कुमार ने बताया कि निक्षय दिवस के आयोजन से पहले आशा कार्यकर्ता गृह भ्रमण के दौरान संभावित क्षय रोगियों काे चिन्हित करेंगी। वह ऐसे मरीजों की सूची बनायेंगी जिन्हें दो हफ्ते से ज्यादा खांसी या बुखार हो, वजन में लगातार कमी रही रही हो, भूख न लग रही हो और बलगम से खून आ रहा हो.

 

ऐसे लक्षण वाले मरीजों को वह हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर संदर्भित करेंगी। यदि मरीज स्वास्थ्य केंद्र पर जाने में असमर्थ है तो आशा कार्यकर्ता 15 तारीख को हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर या निकटतम स्वास्थ्य केंद्र पर लेकर आएंगी. इसके अलावा वह संभावित क्षय रोगी के परिवार के सदस्यों की सूची भी बनायेंगी और इसे समुदाय स्वास्थ्य अधिकारी(सीएचओ) और आशा संगिनी के माध्यम से संबंधित सीनियर ट्रीटमेंट सुपरवाइजर को उपलब्ध कराएंगी. इसके साथ ही सीएचओ एवं आशा कार्यकर्ता द्वारा निक्षय दिवस पर प्रदान की जाने वाली सेवाओं का प्रचार-प्रसार किया जाएगा.

 

उन्होंने बताया कि हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर सीएचओ द्वारा उन मरीजों की उपलब्धता के आधार पर प्रारम्भिक जांच-डायबिटीज, एचआईवी एवं अन्य जांचें की जाएंगी और बलगम का नमूना एकत्र किया जाएगा. सभी संग्रह नमूनों को प्रिसंपटिव आईडी बनाते हुए नजदीकी टीबी जांच केंद्र पर भेजा जाएगा. एसटीएलएस एवं लैब टैक्नीशियन द्वारा एचआईवी एवं डायबिटीज की जांच से छूटे हुए क्षय रोगी की जांच भी इस दिन की जाएगी।.

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