ग्रामीणों को संचारी रोगों से बचाने में अहम भूमिका निभा रहे ग्राम प्रधान
लखीमपुर। संचारी रोगों के खिलाफ स्वास्थ्य विभाग द्वारा चलाए जा रहे संचारी रोग नियंत्रण अभियान में इस बार ग्राम प्रधान भी अहम भूमिका निभा रहे हैं. गांव के प्रधानों को इस अभियान का नोडल बनाया गया है. इस संबंध में जिला पंचायत राज अधिकारी ने जिले के सभी ग्राम प्रधानों को आवश्यक दिशा निर्देश भी दे दिए हैं. मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर अरुणेंद्र कुमार त्रिपाठी ने बताया कि संचारी रोगों के खिलाफ 30 जुलाई तक अभियान चलाया जाएगा.
इस अभियान को सफल बनाने के लिए आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, आशा कार्यकर्ताओं के साथ ही ग्राम प्रधानों को भी लगाया गया है. ग्राम प्रधान इस अभियान में नोडल की भूमिका में हैं। उनको बड़ी जिम्मेदारियां दी गई हैं. उन्होंने बताया कि ग्राम प्रधान अपनी संबंधित ग्राम पंचायत में संचारी रोगों की रोकथाम के लिए अभियान चला रहे हैं. वह अपनी ग्राम पंचायत में सफाई व्यवस्था को चाक-चौबंद रखेंगे. लोगों को हाथ धोने आदि के बारे में जागरूक कर रहे हैं. साथ ही शौचालयों की साफ सफाई, घर से जल निकासी की व्यवस्था को दुरुस्त कराने का भी कार्य करा रहे हैं. इसके साथ ही लोगों में संचारी रोगों से बचने के लिए जन जागरूकता फैलाने का भी काम किया जा रहा है. इस संबंध में जिला पंचायत राज अधिकारी ने सभी ग्राम प्रधानों को पत्र भेजकर उन्हें अभियान का हिस्सा बनने को कहा है.
यह विभाग भी निभा रहे अहम जिम्मेदारियां
जिला मलेरिया अधिकारी शैलेंद्र श्रीवास्तव ने बताया कि संचारी रोग अभियान को सफल बनाने के लिए कई विभागों को लगाया गया है। उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य विभाग के अलावा शिक्षा विभाग भी इस अभियान में अहम भूमिका निभा रहा है. शिक्षा विभाग को लोगों को जागरूक करने के लिए लगाया गया है. इसके अलावा सिंचाई विभाग, वन विभाग, पशुपालन विभाग, दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग, सिंचाई विभाग, बाल एवं पुष्टाहार विभाग आदि को भी अभियान में शामिल किया गया है.
संचारी रोगों से बचने के यह हैं उपाय
एसीएमओ डॉ. बीसी पंत ने बताया कि संचारी रोगों से बचने के लिए पानी की टंकी को पूरी तरह बंद रखें. फुल आस्तीन के कपड़े पहनें. घर और खिड़कियों में जाली लगवाएं. सोते समय मच्छरदानी का प्रयोग करें. घरों की छत, कूलर, बर्तन व आस पड़ोस में गड्ढों में भरे पानी को साफ रखें. पीने के पानी के लिए इंडिया मार्का टू हैंड पंप का इस्तेमाल करें. पानी उबालकर व क्लोरीन टेबलेट से विसंक्रमित करके पिएं. शौच जाने के बाद व खाना खाने से पहले अच्छी तरह साबुन से हाथ धुलें. बच्चों को उम्र के अनुसार टीके लगवाएं. कुपोषित बच्चों के स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखें.
इन बातों को करने से बचें
सीएमओ डॉ. अरुणेंद्र कुमार त्रिपाठी ने बताया कि संचारी रोगों से बचने के लिए घर और कार्यालय के आस-पास पानी जमा न होने दें. कूलर, पानी की बोतल व कूड़े, टायर आदि में पानी जमा न होने दें. फ्रिज की बकेट व घरों की छत पर पानी जमा न होने दें. उथले हैंडपंप का पानी इस्तेमाल न करें. बच्चों को घर से नंगे पांव और फुल आस्तीन के कपड़े पहने बिना न निकलने दें। खुले में शौच न जाएं.बस्तियों में सूअर बाड़े न बनने दें. अप्रशिक्षित से इलाज न कराएं.