वैक्सीन तभी प्रभावी जब सुरक्षित तरीके व सही तापमान पर रखी हो: सीएमओ
सीतापुर : नियमित टीकाकरण की वैक्सीन के रखरखाव में निपुणता लाने के लिए जिले के सभी ब्लॉकों के कोल्ड चेन हैंडलर (आईओ) के दो दिवसीय प्रशिक्षण का आयोजन सीएमओ कार्यालय के सभागार में किया गया। दौ बैच में आयोजित हुए एक प्रशिक्षण में कुल 48 प्रशिक्षणार्थियों ने प्रतिभाग किया. इन प्रशिक्षणार्थियों को खसरा, पोलियो, ओपीवी, वीसीजी, टीटी, डीपीटी और रोटा वायररस के बारे में प्रशिक्षित किया गया.
इस मौके पर सीएमओ डॉ. मधु गैरोला ने कहा कि रोगों से बचाव के लिए टीके ज्यादा प्रभावी तभी साबित होते हैं, जब वैक्सीन सुरक्षित तरीके से और सही तापमान पर रखी हो साथ ही वैक्सीन लगाने वाला कर्मी भी वैक्सीनेशन के सभी नियमों का पालन करे. इस प्रशिक्षण का उद्देश्य कोल्ड चेन हैंडलर को यही जानकारी उपलब्ध कराने के लिए आयोजित किया गया है. उन्होंने बताया कि वैक्सीन के बेहतर रखरखाव को लेकर ई-विन (इलेक्ट्रॉनिक वैक्सीन इंटेलिजेंस नेटवर्क) प्रणाली की जानकारी देते हुए बताया कि आवश्यक प्रतिरक्षण सेवाओं को सुनिश्चित करने और बच्चों एवं गर्भवती माताओं के टीकाकरण के लिये ई-विन प्रणाली की भूमिका महत्वपूर्ण है.
एसीएमओ एवं जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ. पीके सिंह ने सभी प्रशिक्षणार्थियों को कोल्ड चेन उपकरण आईएलआर, डीप फ्रीजर, कोल्ड बॉक्स, वैक्सीन कैरियर, आइस पैक, थर्मामीटर आदि का उपयोग करने की जानकारी दी. उन्होंने बताया कि नियमित टीकाकरण के सभी वैक्सीन एवं सिरिंज के उत्तम प्रबंधन के लिए ई-विन प्रणाली का उपयोग किया जा रहा है. ई-विन प्रणाली वैक्सीन की गुणवत्ता बनाए रखने में सबसे महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। हर टीके को रखने की एक निश्चित अवधि होती है. इस दौरान भी उसे एक खास तापमान पर रखना होता है. अगर इसमें कमी या कोई असावधानी हुई तो टीका कारगर नहीं हो पाता है. उन्होंने बताया कि वैक्सीन के रखरखाव व सही तापमान की निगरानी के लिए आईएलआर में टेंपरेचर लॉगर लगा रहता है.
इसके जरिए तापमान की निगरानी ऑनलाइन की जाती है। कार्यक्रम के समापन मौके पर सीएमओ डॉ. मधु गैरोला ने सभी प्रशिक्षणार्थियों को प्रमाण पत्र भी वितरित किए। इस मौके पर वैक्सीन कोल्ड चैन मैनेजर राजेश कुमार सिंह, नीरज नागर, सीएचएआई संस्था से शैलेंद्र, डब्ल्यूएचओ के डॉ. अपूर्व चौहान आदि मौजूद रहे.