विश्वविद्यालयों का शिक्षण शुल्क एवं नियमावली एक समान होनी चाहिए : एमएस फरीदी
सीतापुर। उत्तर प्रदेश स्ववितपोषित महाविद्यालय एसोसिएशन की प्रदेश कार्यकारिणी द्वारा जनपद सीतापुर की मयूर रिजॉर्ट्स में प्रदेश स्तर की मीटिंग का आयोजन किया गया। यह संगठन संपूर्ण भारत वर्ष में 2030 महाविद्यालयों का सबसे बड़ा संगठन है. इस कार्यक्रम में जनपद स्तरीय कार्यकारिणी का गठन किया गया.
कार्यक्रम का आयोजन संगठन के प्रदेश उपाध्यक्ष AIM एजुकेशन ग्रुप के चेयरमैन- एम0 एस0 फरीदी (एडवोकेट, हाई कोर्ट) द्वारा किया गया. कार्यक्रम के मुख्य अतिथि राष्ट्रीय संगठन के अध्यक्ष- डॉक्टर आर जे सिंह चौहान (चेयरमैन-रजत एजुकेशनल ग्रुप लखनऊ ) रहे। कार्यक्रम में विशेष अतिथि रितेश द्विवेदी चेयरमैन- ब्राइट कर्रिएर पी जी कॉलेज लखनऊ, डॉ अजय सिंह-रामधारी ग्रुप ऑफ़ कॉलेज मऊ, श्री सत्यदेव कुमार ब्रिज नारायण मिश्र, देवरिया सम्मिलित हुए. संगोष्ठी की अध्यक्षता रेजेंसी एजुकेशनल ग्रुप के चेयरमैन- M. F. ज़ैदी साहब ने किया.
इस बैठक के दौरान जनपद सीतापुर कार्यकारिणी का सर्वसहमति से गठन किया गया और निम्नलिखित प्रबंधकों को जिला कार्यकारिणी में मनोनीत किया गया संरक्षक एम0 एफ0 जैदी (चेयरमैन रेजिडेंसी एजुकेशनल ग्रुप). जिला अध्यक्ष संजय जैन (प्रबंधक- विमलनाथ पी जी कॉलेज), जिला उपाध्यक्ष निशीथ गोयल (चेयरमैन- कृष्णा एजुकेशनल ग्रुप), जिला उपाध्यक्ष – अशरफ विलाल (चेयरमैन सेंट बिलाल एजुकेशनल ग्रुप)। महासचिव एस0 पी0 सिंह (चेयरमैन- माँ कमला देवी पीतांबरा डिग्री कॉलेज).
वरिष्ठ सदस्य- डॉ मंजू जिंदल, बृजेश सिंह चौहान, फैसल, डॉ किरण सिंह, उरूज बुनियाद, महावीर जैन को नामित किया गया. कार्यक्रम मे प्रदेश के अनेक महाविद्यालय के प्रबंधक ने हिस्सा लेते हुए उच्च शिक्षा से संबंधित समस्याओं को रखा. प्रदेश उपाध्यक्ष M. S. Faridi (Advocate, High Court) ने कहा सरकार द्वारा संचालित सभी विश्वविद्यालयों का शिक्षण शुल्क एवं नियमावली एक समान बनाने की आवश्यकता है, बीटीसी कोर्स की न्यूनतम योग्यता एनसीटी एवं अन्य स्टेट के अनुसार इंटरमीडिएट होना चाहिए, जिससे महाविद्यालय छात्र हित में पारदर्शिता के साथ कार्य कर सकें.
सेंट बिलाल महाविद्यालय के प्रबंधक बिलाल ने कहा कि हम सब महाविद्यालयों को सरकार की योजनाओं को सफल बनाने के लिए अधिक प्रयास करना है और राष्ट्र को मजबूत बनाना है
राष्ट्रीय अध्यक्ष Dr. R J Singh सिंह ने सभी महाविद्यालयों की समस्याओं को सुन कर कहा की महाविद्यालयों की समस्त समस्याओं को माननीय राज्यपाल और मुख्यमंत्री जी के समक्ष रख कर तुरंत इसका निदान कराया जाएगा. इस कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश के अनेक महाविद्यालयों के प्रबंधकों ने हिस्सा लिया.