जनरल विपिन रावत की स्मृति में श्रद्धांजलि काव्य गोष्ठी का हुआ आयोजन
सीतापुर। संस्कार भारती बिसवां इकाई(Sanskar Bharti Twentieth Unit) द्वारा मधु इंडिया दरी फैक्ट्री(Madhu India Door Factory) में श्रद्धेय विपिन रावत की स्मृति में श्रद्धांजलि काव्य गोष्ठी का आयोजन किया (Tribute poetry seminar organized in memory of General Bipin Rawat) गया. जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में अखिल भारतीय संस्कार भारती कार्यकारिणी के सदस्य राष्ट्रीय कवि आशुकवि साहित्य भूषण कमलेश मौर्य मौजूद रहे. विशिष्ट अतिथि के रुप में मनोज अवस्थी शुकदेव रहे. अध्यक्षता वरिष्ठ कवि अशोक पुष्प ने की तथा संचालन कवि आनन्द खत्री’आनन्द’ के द्वारा किया गया.
गोष्ठी का प्रारंभ माता सरस्वती का आरती पूजन व जनरल विपिन रावत के चित्र पर माल्यार्पण के साथ हुआ. वाणी वंदना शुकदेव जी के द्वारा प्रस्तुत की गयी. इसी सभा में स्व मक्खनलाल नन्ही देवी खेतान सेवा समिति के अध्यक्ष शिव कुमार खेतान द्वारा प्रत्येक गोष्ठी में एक कवि को सम्मानित करने की परंपरा में श्रेष्ठ लोकगीत कार कवि मनोज अवस्थी शुकदेव को स्मृति चिन्ह व अंग वस्त्र भेंट करके सम्मानित किया गया.
मुख्य अतिथि कमलेश मौर्य मृदु ने ,अपनी कविताओं के माध्यम से जनरल विपिन रावत के व्यक्तित्व व कृतित्व पर प्रकाश डाला. विशिष्ट अतिथि शुकदेव जी ने लोकगीतों के माध्यम से जन्म भूमि को नमन किया.
कवि आनन्द खत्री’आनन्द’ ने शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि
जय भवानी के ही उद्घोष का भरे हैं स्वर ,
शत्रु को चलें है देखो सैनिक संघारने.
अन्न जल जिसकी ही गोद में ग्रहण किया.
उस मां के कर्ज को वो चले हैं उतारने।
संस्था के मंत्री घनश्याम शर्मा ने कहा कि
यह टुकड़ा नहीं है भूमि का
यह जन्मभूमि है पावन
अपने श्रम से नित इसको
तुम करते रहो सुहावन.
सुकवि अरविंद सिंह मधुप ने कहा कि
काँपते दल शत्रु के थे
विपिन रावत नाम से,
करने से पहले डर रहा था
पाक अब अन्जाम से.
कवि धर्मेन्द्र त्रिपाठी धवल ने कहा कि
अपना पूरा समय बिताकर, हँसी-खुशी से जाना फिर.
दुनियाँ का दस्तूर यही है, तुम भी खूब निभाना फिर.
जब तक मालिक की है मर्जी-2, हँस लो,मौज मना लो तुम,
एक बार जो उठे बीच से, सम्भव लौट न पाना फिर.
कवियों में अशोक पुष्प,,शिवानन्द दीक्षित ,कृष्ण मुरारी खरोंच रामदयाल धुरिया, विजय रस्तोगी ,अनामिका वर्मा आदि ने अपना काव्य पाठ प्रस्तुत किया.
कार्यक्रम संयोजक व मधु इंडिया लि के प्रबंधक कुलदीप सिंह ने अपनी काव्य रचना के साथ आये हुए अतिथियों के प्रति आभार प्रदर्शन किया. अंत में स्व विपिन रावत के सम्मुख मोमबत्ती जलाकर व दो मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि अर्पित की गयी.