Surya Satta
सीतापुर

मंत्र एप पर फीडिंग में बिसवां सीएचसी सूबे में पहले पायदान पर   

 

 सीतापुर। मंत्र एप पर आंकड़ा दर्ज करवाने के मामले में बिसवां सीएचसी अवल और जिला महिला अस्पताल सूबे में छठे स्थान पर आया है. प्रदेश सरकार ने संस्थागत प्रसव का रिकॉर्ड सुरक्षित रखने और मातृ व शिशु मृत्यु दर पर विराम लगाने के उद्देश्य से गत माह से इस एप पर फीडिंग शुरू की है.
 एसीएमओ और कार्यक्रम के नोडल डॉ. कमलेश चंद्रा ने बताया कि मां-नवजात ट्रैकिंग (मंत्र) एप के सकारात्मक परिणाम दिख रहे हैं. इस एप पर अब तक हुई फीडिंग के अनुसार बिसवां सीएचसी पर 15 फरवरी तक 598 प्रसव हुए हैं. वहीं जिला महिला चिकित्सालय में जनवरी और फरवरी माह में कुल 471 प्रसव का आंकड़ा इस एप पर फीड किया गया। इस हिसाब से जिले की बिसवां सीएचसी प्रदेश में पहले स्थान पर है। इसके अलावा जिला महिला अस्पताल प्रदेश में छठा स्थान बनाने में सफल रहा है.

 एप पर यह होती है फीडिंग

सीएमओ डॉ. मधु गैरोला ने बताया कि मातृ एवं शिशु मृत्यु दर को कम करने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने मंत्र एप लांच किया है। जिला महिला चिकित्सालय, सीएचसी और पीएचसी सहित 38 स्वास्थ्य केंद्रों पर प्रसव की सुविधा है. इन सभी केंद्रों को इस एप से जोड़कर डिजिटल बनाया जा चुका है.
इस संबंध में जिला मुख्यालय से लेकर ब्लॉक और उप स्वास्थ्य केंद्रों पर तैनात संबंधित स्वास्थ्य कर्मियों को पूर्व में प्रशिक्षण भी दिया जा चुका है. गर्भवती के प्रसव केंद्र पर भर्ती होने का समय, उसकी स्थिति, उपचार व प्रसूता को रेफर करने या न करने का कारण सहित अन्य सभी जानकारियां एप पर अपलोड की जा रहीं हैं. ऐप के जरिए ही गर्भवती और उसके नवजात की ऑनलाइन निगरानी हो रही है, जिससे संस्थागत प्रसव की गुणवत्ता में सुधार लाया जा सके.

 यह हैं एप के लाभ

जिला मातृ स्वास्थ्य परामर्शदाता उपेंद्र सिंह यादव ने बताया कि इस एप पर प्रसव का ऑनलाइन डाटा फीड करने, उच्च जोखिम गर्भावस्था (एचआरपी) की जांच के साथ ही समय पर सही उपचार उपलब्ध कराने की व्यवस्था है. इस एप के माध्यम से गर्भवती और नवजात शिशु के स्वास्थ्य जांच संबंधी सभी जरूरी जानकारियां घर बैठे आसानी से मिल रहीं हैं
 इस एप पर गर्भधारण से लेकर प्रसव और नवजात के एक वर्ष से टीका लगने तक पूरी जानकारी मौजूद है। एप पर गर्भधारण के समय पंजीकरण कराने के बाद उसे टीका लगवाने के लिए दिन और तारीख को याद करने की जरूरत नहीं है. निर्धारित अवधि पर टीका और जांच के लिए एप महिला और क्षेत्र की आशा कार्यकर्ता को अलर्ट संदेश देता है. इस एप के माध्यम से गर्भधारण से लेकर प्रसव और नवजात के एक वर्ष से टीका लगने तक और गर्भवती व नवजात के स्वास्थ्य जांच संबंधी सभी जरूरी जानकारियां घर बैठे आसानी से मिल जाती हैं.

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