हरी है शाख मगर पत्तियां नहीं आतीं, हमारे ख्व्ब में अब लड़कियां नहीं आतीं : शायर हाशिम फिरोजाबाद
सीतापुर : शैखुल औलिया हजरत गुलजार शाह मेला एवं उर्स के मौके पर पंडाल में शानदार ऑल इंडिया मुशायरा का आयोजन हुआ मुशायरे की निजामत मशहूर शायर हिलाल बदायूं की. मुशायरे की अध्यक्षता पूर्व मंत्री भारत सरकार जफर अली नकवी ने की. मुशायरे की शुरुआत मशहूर शायर हसन काज़मी ने नात- ए- पाक से की. शायर हाशिम फिरोजाबाद ने पढ़ा कि – हरी है शाख मगर पत्तियां नहीं आतीं. हमारे ख्व्ब में अब लड़कियां नहीं आतीं
मशहूर शायर हसन काजमी ने पढ़ा की – मैं बहुत दूर हूं मदीने से, मौत बेहतर है ऐसे जीने से.
शायर चांदनी शबनम ने कुछ यूं पड़ा कि कितनी चाहत है मुझसे मेरे हम नशी, तूने मुझसे बताया मजा आ गया. मशहूर शायर रुखसार बलरामपुरी ने पढ़ा कि- नफरत छोड़ दो कौम के रहबरों, एक होकर सभी से मोहब्बत करो. इसके अलावा मशहूर शायर जौहर कानपुरी, खुर्शीद हैदर, कफील विश्वान, इकबाल असर सहित अन्य मशहूर शायरों ने भी अपने कलाम पेश किए. मुशायरे में आए हुए अतिथियों का मुशायरा कन्वीनर डॉक्टर अहमद अली अंसारी, मास्टर मकसूद, मसर्रत अली ने आभार व्यक्त किया. इस दौरान अध्यक्ष अब्दुल अतीक खान, सेक्रेटरी मौलाना अनवार हुसैन, मीडिया प्रभारी शावेज़ खान, डा0 अहमद अली अंसारी, अब्दुल जावेद खान, सैयद हुसैन कादरी सहित बड़ी संख्या में मुशायरा प्रेमी मौजूद रहे.