समय से इलाज शुरू नहीं होने पर टीबी व्यक्ति को धीरे-धीरे मारती है: सीएमओ
श्रावस्ती। जिला स्वास्थ्य समिति के तत्वावधान में बुधवार को विकास भवन सभागार में क्षय रोग उन्मूलन कार्यक्रम, फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम और संचारी रोग नियंत्रण अभियान को लेकर एक मीडिया कार्यशाला का आयोजन किया गया.
सेंटर फॉर एडवोकेसी एंड रिसर्च (सीफार) के सहयोग से आयोजित क्षय रोग की इस मीडिया कार्यशाला की अध्यक्षता मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. एपी भार्गव ने की. उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री के सपने के अनुरूप भारत को 2025 तक टीबी (क्षय) रोग से मुक्त करने के संकल्प के साथ जनपद में कार्य किया जा रहा है. इसके तहत जनपद में टीबी रोग के प्रति लोगों में जागरूकता बढ़ाने के लिए विभिन्न अभियान चलाए जा रहे हैं.

उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी एवं जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ. संत कुमार ने बताया कि सक्रिय रोगी खोज अभियान के तहत जिले में 2,67,695 मरीजों की स्क्रीनिंग कर उनसे क्षय रोग के लक्षणों के बारे में बात की गई, जिसमें से 907 संभावित मरीजों की जांच की गई. इनमें से 67 मरीज चिन्हित हुए हैं. उन्होंने बताया कि जिले में वर्तमान में 2043 सक्रिय क्षय रोगी हैं. जिनमें से 1896 मरीजों की एचआईवी जांच की गई है.

उन्होंने यह भी बताया कि विश्व क्षय रोग दिवस से ही क्षय रोगियों को खोजने के लिए विशेष अभियान शुरू हो गया है. स्वास्थ्य विभाग के नेतृत्व में यह अभियान 13 अप्रैल तक चलेगा. इसकी जिम्मेदारी मुख्य रूप से सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी (सीएचओ) संभालेंगे. अभियान के दौरान जिले में विभिन्न गतिविधियों के जरिए लोगों को क्षय रोग के प्रति जागरूक भी किया जाएगा. अभियान के दौरान टीबी के संभावित लोगों की एचआईवी और ब्लड शुगर की जांच होगी. नमूनों की माइक्रोस्कोपी सेंटर से जांच कर 24 घंटे में रिपोर्ट दी जाएगी. टीबी की पुष्टि होने पर रोगी को तत्काल ही सात दिन की दवा दे दी जाएगी. सीएचओ, आशा टीबी मरीज को हर माह दवाएं देंगी और लगातार मॉनिटरिंग करेंगी.

अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी एवं जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ. मुकेश मातनहेलिया ने कहा कि जनपद में नियमित टीकाकरण से छूटे 2 साल तक के बच्चों और गर्भवती को टीके से प्रतिरक्षित करने के लिए मिशन इंद्रधनुष अभियान 4.0 चलाया जा रहा है. उन्होंने अपील की है कि टीकाकरण में स्वास्थ्यकर्मियों की मदद करें और बीमारियों को दूर भगाएं.
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के प्रभारी जिला कार्यक्रम प्रबंधक राकेश गुप्ता ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग की तमाम जन कल्याणकारी योजनाओं के प्रचार-प्रसार में मीडिया की महत्वपूर्ण भूमिका है. राष्ट्रीय क्षय रोग उन्मूलन कार्यक्रम के जिला कार्यक्रम समंवयक रवि मिश्रा ने कहा कि टीबी के मरीजों को समय से अपना उपचार कराना चाहिए, इस बीमारी के बढ़ने से उसे मुश्किलों का सामना तो करना पड़ता ही है, साथ ही टीबी का एक संक्रमित मरीज उपचार न कराने की दशा में 10-15 लोगों को संक्रमित कर देता है.
मीडिया कार्यशाला को विश्व स्वास्थ्य संगठन एसएमओ डॉ. सिजाय ने भी संबोधित किया. कार्यक्रम के अंत में सीफार की मंडलीय समंवयक सुशील वर्मा ने सभी आगंतुकों के प्रति आभार व्यक्त किया. कार्यक्रम में चिकित्सा अधिकारी डॉ ओपी वर्मा, जिला समन्वयक संदीप सिंह, एसटीएलएस अनुपम श्रीवास्तव, एसटीएस अल्ताफ हुसैन, पंकज शर्मा, बृजेश यादव सहित समस्त कर्मचारी एवं जनपद के समस्त पत्रकार बंधु मौजूद रहे.