Surya Satta
सीतापुर

जैविक खाद के उपयोग से गन्ना किसानो को मिलेगी रोगरहित दोगुनी उपज

सीतापुर। सेकसरिया चीनी मिल बिसवां(Seksaria Sugar Mill Biswan) की ओर से सांडा जोन के कम्हरिया कटेसर गाँव में आयोजित किसान गोष्ठी(Kisan Goshthi organized in Kamharia Katesar village of Sanda Zone) में गन्ना सलाहकार डॉ राम कुशल सिंह(Sugarcane Consultant Dr. Ram Kushal Singh) ने गन्ना किसानो को बताया की अधिकतम गन्ने की उपज पाने के लिए जैविक खाद का उपयोग जरूर करें.
 डॉ राम कुशल सिंह ने बताया कि जल भराव से सुरक्षित जमीन पर गन्ने की उन्नतशील प्रजाति को 0238,को 0 118,व कोशा 08272 तथा जल भराव वाली जमीन पर को 94184 प्रजाति के गन्ने की बुआई करने के साथ ही रासायनिक खादों पर निर्भरता कम करते हुए जैविक खाद का अधिकाधिक उपयोग करें.

जैविक खाद के उपयोग से लोगों को मिलेगा स्वास्थ्यवर्धक दूध,फल,अनाज

डॉ सिंह ने बताया कि जैविक खाद बनाने के लिए 6-8 फुट लम्बे, 4-6 फुट चौडे,और 6-10 फुट गहराई वाले गड्ढे में पशुओं का गोबर व मूत्र के साथ जैविक कचरा पुआल आदि और सूखे पत्तों को डालते रहें. इसमें पर्याप्त मात्रा में पानी भी डाले. गड्ढा भरने से पहले इसमें डी कम्पोजर या ट्राईकोडरमा को पर्याप्त पानी के साथ डालकर सूखे पत्तों से ढक कर मिट्टी से लिपाई करके डेढ़ दो माह के लिए छोड़ दे. इस तरह से तैयार जैविक खाद से गन्ना और अन्य फसलों को भरपूर मात्रा में पोषक तत्व मिलेंगे. जिससे रोगरहित भरपूर उपज होगी. खेती में लगातार जैविक खाद के उपयोग से मिट्टी में कार्बन,नाइट्रोजन का अनुपात बढ़ता जाएगा. वही प्रदूषण रहित वातावरण बनेगा,कम लागत में अधिक पैदावार मिलने के साथ लोगों को स्वास्थ्यवर्धक दूध,फल, अनाज,गुड़ मिलता रहेगा.

जैविक खाद के उपयोग से इन गन्ना किस्मों में भरपूर मिलती है पैदावार

सहायक महाप्रबंधक गन्ना डॉ राजीव सिंह तोमर ने बताया कि जैविक खाद के उपयोग से कोशा 08272 व को 0118 की गन्ना पेडी में भरपूर पैदावार मिलती है. गन्ना प्रबंधक विमल मिश्रा ने बताया कि ट्रॉयकोडरमा के उपयोग से गन्ने का लाल सड़न रोग से बचाव हुआ है. जिससे गन्ना उत्पादन में वृद्धि हो रही है. इस अवसर पर गन्ना किसान रणजीत सिंह, बाँके सिंह, अजीत सिंह,अनिल कुमार, सुरेश कुमार, अरुण, कुंज बिहारी, विमलेश, जय गोपाल, कुलदीप, राजकुमार, श्यामसुंदर, राजाराम, हरद्वारी लाल, रामसुंदर, जगदीश प्रसाद, बबलू वर्मा, राजेश तिवारी, महेश मिश्रा, शिव शंकर, दया शंकर, रामप्रकाश, विनोद कुमार, दीपक, शिव प्रताप, वीरेन्द्र सिंह, ओमप्रकाश आदि मौजूद रहे.

Leave a Reply

You cannot copy content of this page