सचिव ने फर्जी तरीक़े से निकाले 4.50 लाख, प्रधान ने की CDO से शिकायत
सीतापुर। गांवों के विकास(development of villages) के लिए सरकार द्वारा विभिन्न योजनाओं के माध्यम से प्रति वर्ष करोड़ों रूपये ग्राम पंचायतों को भेजती है. लेकिन जिम्मेदार अधिकारी फर्जी तरीकों से धन को निकालने से गुरेज नही कर रहे है.
आजादी के 74 वर्ष बाद भी भ्रष्टाचार के चलते नही बदली गांवों की तस्वीर
भ्रष्टाचार के चलते आजादी के 74 वर्ष बाद भी गांवों की तस्बीरों में बदलाव नही हो सका है. सीतापुर जिले में फर्जीवाड़ा का एक ताजा मामला सामने आया है.
धोखाधड़ी कर सचिव ने प्रधान का प्राप्त किया डोंगल
सीतापुर जनपद अन्तर्गत विकास खण्ड सिधौली क्षेत्र की ग्राम पंचायत मनवां के ग्राम प्रधान मेहरजहां द्वारा 12 जुलाई 2021 को मुख्य विकास अधिकारी से शिकायत की है. शिकायत्री पत्र में मनवां ग्राम प्रधान मेहरजहां ने ग्राम पंचायत में तैनात ग्राम विकास अधिकारी रामनरेश वर्मा पर आरोप लगाया है कि उन्होंने धोखाधड़ी(Fraud) करते हुए डोंगल प्रात्त कर के पंचायत के खाते से 450000 रूपये निकाल लिए. ग्राम प्रधान ने जनपद स्तरीय अधिकारी से मामले की जांच कराने की मांग की है.
ग्राम प्रधान मेहरजहां ने बताया कि ग्राम पंचायत में तैनात ग्राम विकास अधिकारी रामनरेश वर्मा ने धोखाधड़ी करके मेरा डोंगल ले लिया और 29 जून से 12 जुलाई 2021 के बीच ग्राम पंचायत के खाते से 450000 रूपये पंकज मशीनरी स्टोर व सुन्दर लाल कान्ट्रेक्टशन नाम की फर्मों के माध्यम से पैसे निकाले है.
ग्राम विकास अधिकारी रामनरेश वर्मा का कहना है कि नवनिर्वाचित ग्राम प्रधान द्वारा पंचायत भवन की बाउंड्रीवाल में लगाई जा रही पीला ईटों का मेरे द्वारा विरोध किया गया. जिसके बाद प्रधान द्वारा मेरे ऊपर गलत आरोप लगाया गया है. ग्राम पंचायत में पूर्व में कराये गये कार्यों के एवज में भुगतान किया गया है.
ग्राम पंचायत में सरीफ के घर से मस्जिद तक इन्टरलांकिग कार्य पर व्यय की गई धन राशि 151201 रूपये है.
हयूम पाइप क्रय के एवज के 96863 रूपये भुगतान किया गया है.
इण्डिया मार्का हैण्डपम्प रिबोर के एवज में 84916 रूपये का भुगतान किया गया है.
ग्राम पंचायत में दवा छिडकाव के एवज में 19222 रूपये का भुगतान किया गया है.
हैण्डपम्प मरम्मत के एवज में 19200 रूपये निकाला गया है.