हर माह की 24 तारीख को सुरक्षित मातृत्व क्लीनिक का होगा आयोजन
सीतापुर। मातृ एवं शिशु मृत्यु दर पर प्रभावी अंकुश लगाने के लिए अब हर 24 तारीख को जिले के सभी प्रथम संदर्भन यूनिट (एफआरयू) पर सुरक्षित मातृत्व क्लीनिक आयोजित की जाएगी. प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के तहत आयोजित होने वाले इस क्लीनिक पर आकर गर्भवती प्रसव पूर्व सभी जांच और उपचार का नि:शुल्क लाभ उठा सकती हैं. फिलहाल इस बार रविवार होने के कारण यह आयोजन 25 अप्रैल को होगा.
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. मधु गैरोला ने बताया कि शासन के निर्देश पर इस संबंध में सभी एफआरयू प्रभारियों को निर्देश दिए जा चुके हैं. उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के तहत हर माह की नौ तारीख को स्वास्थ्य केंद्रों पर आयोजित होने वाला सुरक्षित मातृत्व अभियान दिवस पहले की तरह जारी रहेगा.
अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. कमलेश चंद्रा ने बताया कि विभिन्न कारणों से जोखिम गर्भावस्था मातृ-शिशु की मृत्यु का कारण बनती है. प्रसव पूर्व छोटी-बड़ी कई कमियों का सामने नहीं आ पाना इसकी प्रमुख वजह है. गर्भवती को उच्च रक्तचाप, गंभीर रक्ताल्पता, मधुमेह, दिल की बीमारी, क्षयरोग, मलेरिया आदि की स्थिति में जोखिम बना रहता है. स्वास्थ्य विभाग का उद्देश्य ऐसी महिलाओं को प्रसव पूर्व ही चिन्हित कर उपचार देना है जिससे कि प्रसव के दौरान खतरनाक स्थिति न बने. प्रसव पूर्व जांच में ऐसी महिलाओं को चिन्हित कर सरकारी अस्पतालों में उनका उपचार किया जाएगा.
जिला मातृत्व स्वास्थ्य सलाहकार उपेंद्र सिंह ने बताया कि जिला महिला चिकित्सालय सहित, सिधौली, लहरपुर, महमूदाबाद, महोली, मिश्रिख और बिसवां की सीएचसी को उच्चकीकृत एफआरयू बनाया जा चुका है.इन सभी केंद्रों पर अब हर माह की 24 तारीख को सुरक्षित मातृत्व क्लीनिक का आयोजन किया जाएगा. जिसके तहत गर्भवती को ब्लड टेस्ट, ब्लड प्रेशर, यूरीन टेस्ट, हीमोग्लोबिन की जांच और अल्ट्रासाउंड कराने की नि:शुल्क सुविधा मिलेगी. साथ ही हाई रिस्क प्रेगनेंसी (एचआरपी) वाली गर्भवती भी चिन्हित की जाएंगी, जिससे कि आवश्यकतानुसार उनका उपचार कराया जा सके.