Surya Satta
सीतापुर

ग्यारहवे पड़ाव मिश्रिख तीर्थ पहुचें साधु संत व श्रद्धालुओं ने शुरू की पंचकोसी परिक्रमा

सीतापुर। विश्व विख्यात नैमिषारण्य क्षेत्र की 15 दिनों तक चलने वाली 84 कोसी परिक्रमा में सामिल परिक्रमार्थी रविवार को ग्यारहवे पड़ाव मिश्रिख तीर्थ पहुचे. आज सोमवार सुबह साधु संत व श्रद्धालु मिश्रिख तीर्थ में स्थान के पस्चात पंचकोसी परिक्रमा शुरू की.
सोमवार को परिक्रमार्थियों ने दधीचि कुंड तीर्थ में डुबकी लगाने के बाद श्रद्धालुओं, सन्तों, महन्तों और गृहस्थों ने मोक्ष की कामना मन में संजोए आस्था और भक्ति के साथ रामनाम और दधीचि बाबा, हर हर महादेव के जयकारों के बीच पंचकोसी परिक्रमा शुरू की.
रामादल परिक्रमा में देश-विदेश और दूरदराज से आए लगभग चार लाख से अधिक गृहस्थ, सन्त, संन्यासी, महन्त, वैरागी, ब्रह्मचारी, मठधीश, कबीर पंथी, नानकपथी, त्यागी, नागा आदि की टोलियां गाजे-बाजे के साथ रामादल के साथ पैदल चलते हुए दिखाई दिए. परिक्रमा पथ पर पीनस, पालकी, हाथी, घोड़ा, कार जीप, साइकिल, ठेलिया, टैक्टर-ट्रॉली, बैलगाड़ी की भी आमद दिखी. रामादल बाबा की जय के साथ ही बम-बम भोले और भजन कीर्तन, ढोल खझरी, मंजीरा बजाते हुए श्रद्धालु आस्था और भक्ति के संगम में हिलोरें लेते दिखें.
पड़ोसी नेपाल देश से आए सैकड़ों श्रद्धालुओं को भजन कीर्तन करते हुए पथ पर जाते हुए देखा गया. परिक्रमा में आई हुई भारी भीड़ को देखते हुए प्रशासन द्वारा किए गए सभी प्रकार के प्रबन्ध नाकाफी दिखे.

Leave a Reply

You cannot copy content of this page