Surya Satta
उत्तर प्रदेशगाजियाबाद

मछेन्द्र पुरी और उसके सेवादारों पर लगाई गई झूठी धाराएं वापस लेगी पुलिस और प्रशासन

 

गाजियाबाद। शिवशक्ति धाम डासना में आज सुबह सुबह ही जिलाधिकारी के प्रतिनिधि के रूप में उपजिलाधिकारी विनय सिंह और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के प्रतिनिधि के रूप में सहायक पुलिस अधीक्षक आकाश पटेल शिवशक्ति धाम डासना के पीठाधीश्वर व श्रीपंचदशनाम जूना अखाड़ा के महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी जी से मिलने आये और उनसे हिंडन बिहार श्रीबालाजी धाम के महन्त स्वामी मछेन्द्र पुरी जी महाराज और उनके साथियों के विषय मे कई घण्टे विचार विमर्श किया.

आज सुबह महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी जी महाराज को इस मामले में जिलाधिकारी महोदय से मिलने जाना था पर उनकी सुरक्षा के प्रति सचेत प्रशासन ने अपने अधिकारी शिवशक्ति धाम डासना भेजे,जहाँ कई घण्टे चले विचार मंथन के बाद यह तय हुआ कि वर्तमान माहौल को देखते हुए इस मामले को तूल नही दिया जाएगा और साथियों सहित स्वामी मछेन्द्र पुरी जी पर जो फर्जी धाराएं लगाई लगी हैं, वो हटा ली जाएगी.

 प्रशासन और पुलिस ने अपना वादा पूरा नहीं किया तो सन्यासियों अपनी जान देकर भी न्याय के लिये लड़ेंगा: यति नरसिंहानंद गिरी

महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी महाराज ने अधिकारियों से कहा कि स्वामी मछेन्द्र पुरी जी महाराज के साथ हुआ अन्याय गाज़ियाबाद जिले में बहुत बड़े हिन्दू पलायन का कारण बनेगा क्योंकि इससे देशद्रोही ताकतों का हौसला और बढ़ेगा. आज इस पूरे प्रकरण से संत समाज और हिन्दू जनता में बहुत आक्रोश है. आज हिन्दू जनता को लग रहा है कि पुलिस प्रशासन के कुछ अधिकारियों ने किन्ही ज्ञात और अज्ञात कारणों से हिंडन बिहार कॉलोनी के श्रीबालाजी धाम मन्दिर और वहाँ रह रहे हिन्दुओ को उजाड़ने के लिये स्वामी मछेन्द्र पुरी को इस तरह बर्बाद करने का षड्यंत्र रचा है.

 

स्वामी मछेन्द्र पुरी जी के साथ हो रहे अन्याय से आक्रोशित

 

शासन और प्रशासन को समझना चाहिये कि स्वामी मछेन्द्र पुरी एक सच्चे संत हैं जो अपने धर्म और अपने लोगो के लिये लड़ रहे हैं. उनका अपना कोई भी स्वार्थ नहीं है. उनके साथ पुलिस प्रशासन के द्वारा किया गया अन्याय यहाँ के जिहादियों का हौसला बढ़ा देगा और यहाँ के मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्र में हिन्दुओ का जीना दुश्वार हो जाएगा।जितना अपराध पुलिस को लगता है केवल उतनी ही धाराएं पुलिस लगाए और झूठी धाराएं हटा लें ताकि स्वामी जी की जमानत यहीं जिला न्यायालय से हो सके. अगर ऐसा नहीं हुआ और पुलिस के कुछ भृष्ट अधिकारियों ने एक संत को कुचलकर उनके मन्दिर को उजाड़ने की हठधर्मिता दिखाई तो सन्यासी भी अपनी तपस्या और साधना की शक्ति दिखाएंगे. इस मामले में गाज़ियाबाद सहित पूरे राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के संत सन्यासी एकमत हैं.

प्रशासन और पुलिस अच्छी तरह से समझ ले कि हम अपना अंतिम संस्कार करके सन्यासी बनते हैं।हमें मौत और जेल से नहीं डरा सकते. स्वामी मछेन्द्र पुरी जी अपने धर्म और न्याय के लिये लड़ने वाले निस्वार्थ संत हैं. उनके साथ हुए अन्याय से मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्र में रहने वाले हिन्दुओ का मनोबल तोड़ कर रख देगा.

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