पेपर लीक पत्रकार की नहीं केंद्र व्यवस्थापक की जिम्मेदारी: ओमप्रकाश राजभर
लखनऊ। मंगलवार को उत्तर प्रदेश के बलिया जनपद में पत्रकारों द्वारा किए जा रहे क्रमिक अंशन के समर्थन में ओमप्रकाश राजभर बलिया कलेक्ट्रेट पहुचे. सुभासपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर अब इस मामले में खुलकर सामने आ गए हैं. पत्रकार डीएम और एसपी के निलंबन की मांग कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि वह विधानसभा सत्र में यह मुद्दा उठाएंगे.
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10 मई को जब विधानसभा सत्र चलेगा तो वह इस मुद्दे को सदन में उठाएंगे

मीडिया से बातचीत करते हुए सुभासपा प्रमुख ओमप्रकाश राजभर ने कहा कि पेपर लीक पत्रकार की नहीं केंद्र व्यवस्थापक की जिम्मेदारी होती है. जिन्होंने सच दिखाया, उन्हें जेल भेज दिया गया, जो गलत है. हम सभी लोग पत्रकारों के साथ हैं. उन्होंने कहा कि 10 मई को जब विधानसभा सत्र चलेगा तो वह इस मुद्दे को सदन में उठाएंगे. पत्रकारों के पक्ष में मांग करते हुए उन्होंने कहा पत्रकारों पर दर्ज मुकदमें वापस हों. हमारी कोशिश रहेगी कि बलिया के पत्रकारों को न्याय मिले.
पत्रकारों पर संगीन धाराएं लगाने पर कोर्ट ने लगाई थी पुलिस को फटकार

कल यूपी बोर्ड के इंटरमीडिएट के अंग्रेजी के पेपर लीक मामले में गिरफ्तार बलिया के तीनों पत्रकार अजीत ओझा, दिग्विजय सिंह और मनोज गुप्ता को बलिया न्यायालय से जमानत मिली थी. दरअसल, 30 मार्च को पेपर लीक मामले में तीन पत्रकारों सहित 50 से ज्यादा लोगों पर मुकदमा दर्ज किया गया था. जिसके बाद उन्हें जेल भेज दिया गया था.

उभाव और नगरा थाने में दर्ज मुकदमों की सुनवाई करते हुए 22 अप्रैल को लोअर कोर्ट ने पत्रकार दिग्विजय सिंह और मनोज गुप्ता की जमानत मंजूर कर लिया था. वहीं, कल सेशन कोर्ट ने बलिया कोतवाली में दर्ज मुकदमे में आरोपी पत्रकार अजीत ओझा को भी जमानत दे दी. सुनवाई के दौरान कोर्ट ने संगीन धाराएं लगाने पर बलिया पुलिस को फटकार लगाई.