भाद्रपद पूर्णिमा के अवसर पर कामधेनु गौशाला में हुआ गौ पूजन
सीतापुर। भाद्रपद पूर्णिमा के अवसर पर हिंदू सनातन धर्म और संस्कृति की अभिन्न अंग गौ माता को मिष्ठान और भोज्य पदार्थ खिलाकर पूजा अर्चना लोक भारती के संगठन मंत्री रामबदन दुबे की मौजूदगी में ग्रामीणों के द्वारा की गई.
लोक भारती के संगठन मंत्री रामबदन दुबे ने कहा कि गाय सनातन हिंदू धर्म के लिए आध्यात्मिक,भौतिक और वैज्ञानिक दृष्टिकोण से अत्यंत उपयोगी है. गाय का दूध अमृत के समान होता है। पुराणों में वर्णित देव और दैत्यों के युद्ध में जब देवता पराजित हो गए और संपूर्ण विश्व में दैत्यों का वर्चस्व हो गया। दैत्यों के अत्याचार से धरती माँ शक्तिहीन हो गई. जीवन के लिए जरूरी अनाज,फल,फूल आदि का अभाव हो गया.
धरती पर त्राहि-त्राहि मचने लगी, देव और संतजनों की पुकार पर शक्ति स्वरूपा मां जगदंबा गाय का रूप धारण कर धरती पर अवतरित हुई. उनके दुग्ध से धरती मां अभिसिंचित हुई, सज्जन, संत,महात्मा,देवता उनके दुग्ध से पुनः बलिष्ठ हुए और एक बड़े काल के बाद देव और दैत्यों के बीच पुनः युद्ध हुआ। दैत्य पराजित हुए सत्य की विजय हुई और असत्य पराजित,विश्व का कल्याण हुआ.
रामबदन जी ने कहा कि गाय के गोबर और मूत्र से हम स्वस्थ फसलें उगा सकते हैं। इसमें कुछ भी खर्चा नहीं आता है. इसके उपयोग से धरती का स्वास्थ्य अच्छा बना रहता है. प्रत्येक परिवार में कम से कम एक गाय तो होनी ही चाहिए. गाय घर में खुशहाली लाती है। गाय की सेवा से तमाम संकट और परेशानियां स्वतः दूर हो जाती हैं.
कामधेनु गौशाला में गौ पूजन के अवसर पर दर्शन लाल जी,अभिराम अवस्थी (रमा), अवधेश मिश्रा,लालजी निषाद, रामचंद्र जयसवाल,प्रमोद कुमार,रामजीवन जयसवाल,शालिक राम, लल्लन,कमल किशोर भार्गव,अशोक,मनोज, आदि बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे.