सीडीओ की पहल पर आयुष्मान कार्ड बनाने में आई तेजी
अप्रैल माह में बनाए गए 22,645 आयुष्मान कार्ड
श्रावस्ती : आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने के उद्देश्य से आयुष्मान भारत-प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना एवं मुख्यमंत्री जन आरोग्य अभियान का संचालन किया जा रहा है। इसके तहत बीते अप्रैल माह में जिले में कुल 22,645 आयुष्मान कार्ड बनाए गए हैं। संयुक्त जिला चिकित्सालय सहित सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों (सीएचसी), हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर एवं जन सेवा केंद्र पर आयुष्मान कार्ड बनाने का काम तेजी से किया जा रहा है। इन केंद्रों पर कोई भी पात्र व्यक्ति अपना आधार कार्ड, राशन कार्ड, श्रमिक बोर्ड से पंजीकृत पहचान पत्र, प्रधानमंत्री या फिर मुख्यमंत्री की चिट्ठी इत्यादि ले जाकर अपना आयुष्मान कार्ड बनवा सकता है.
इस तरह अभियान को मिली गति
सीएमओ डॉ. एसपी तिवारी ने बताया कि जिले में 3.38 लाख के सापेक्ष कुल 1.93 लाख आयुष्मान कार्ड बनाए जा चुके हैं। उन्होंने बताया कि इस योजना को लेकर सीडीओ अनुभव सिंह काफी सक्रिय है। कार्ड बनाने में तेजी लाने के लिए सीएमओ कार्यालय और डीपीआरओ कार्यालय में वॉर रूम बनाए गए हैं। सीएमओ कार्यालय के वॉर रूम से प्रतिदिन सभी कम्युनिटी हेल्थ ऑफीसर (सीएचओ) और डीपीआरओ कार्यालय के वॉर रूम से प्रतिदिन सभी पंयायत सहायकों को फोन कर योजना की प्रगति की जानकारी ली जाती है। साथ ही नियमित समीक्षा बैठक हो रही है। अब आयुष्मान कार्ड तेजी से बन रहे हैं। जिले में करीब 58 प्रतिशत आयुष्मान कार्ड बनाए जा चुके हैं। सीएमओ ने योजना के सभी पात्र लाभार्थियों से अपील की है कि वह अपना आयुष्मान कार्ड बनवा लें और शहर से बाहर जाने पर उसे सदैव अपने पास ही रखें.
यह है जिले की तस्वीर
जिला सूचना प्रणाली प्रबंधक गोविंद शुक्ला ने बताया कि जिले में प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना एवं मुख्यमंत्री जन आरोग्य अभियान के अंतर्गत 78,958 लाभार्थी परिवार हैं, जिसमें 3,38,730 लाभार्थी व्यक्ति हैं, जिनमें से 1,93,167 आयुष्मान कार्ड बन गए हैं। जिले के 4,890 लोगों ने आयुष्मान कार्ड का लाभ लिया है। इनमें से 698 लाभार्थियों ने सूचीबद्ध निजी और 4,192 लाभार्थियों ने सरकारी अस्पतालों में उपचार का लाभ लिया है.
इन बीमारियों में मिलता लाभ
कार्यक्रम के जिला समन्वयक डॉ. पंकज यादव ने बताया कि योजना के अंतर्गत कुल 2,250 बीमारियां शामिल हैं। इसमें मातृ स्वास्थ्य और प्रसव या उच्च जोखिम प्रसव की सुविधा, नवजात और बच्चों के स्वास्थ्य, कैंसर, टीवी, कीमोथेरेपी, रेडिएशन थेरेपी, हार्ट बाईपास सर्जरी, न्यूरो सर्जरी, आंखों की सर्जरी, दिल की बीमारी, किडनी, लीवर, कोरोनरी बाईपास, घुटना प्रत्यारोपण, स्टंट डालना, आंख, नाक, कान और गले से संबंधित बीमारियां, डायरिया, मलेरिया आदि शामिल है। इन बीमारियों में मरीज के भर्ती होने पर विभिन्न आयुष्मान सूचीबद्ध चिकित्सालयों में उपचार उपलब्ध है.