Surya Satta
सीतापुर

पोषक तत्वों से भरपूर मशरूम उचित पोषण का उत्तम साधन

 

सीतापुर। बहुत से नवयुवकों एवं नवयुवतियों के पास आज भी कोई रोजगार नहीं है, इन परिस्थतियों में मशरूम उत्पादन रोजगार सृजन, आय वृद्धि एवं उचित पोषण का उत्तम साधन है. इन्हीं बातों को ध्यान में रखते हुये कृषि विज्ञान केंद्र, अम्बरपुर, सीतापुर द्वारा मशरूम उत्पादन तकनीक विषय पर निःशुल्क रोजगारपरक प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिससे जानकारी प्राप्त करके मशरूम उत्पादन को कृषि उद्यम के रूप में अपना सकें। इस प्रशिक्षण के माध्यम से नवयुवकों, नवयुवतियों एवं किसानों को मशरूम उत्पादन तकनीक की विस्तृत जानकारी प्रदान की गयी.

उद्घाटन सत्र में कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक एवं इस कार्यक्रम के संयोजक डॉ. विनोद कुमार सिंह अतिथियों एवं प्रतिभागियों का स्वागत करते हुए कार्यक्रम की रूपरेखा पर विस्तृत प्रकाश डालते हुए कहा कि मशरूम एक तरफ पोषक तत्वों से भरपूर आहार है साथ ही साथ रोजगार सृजन एवं धनार्जन का एक उत्तम साधन है इसको रोजगार के रूप में अपनाकर अपने परिवार को स्वस्थ् रख सकते हैं एवं साथ ही साथ आर्थिक लाभ प्राप्त कर सकते हैं.

उद्घाटन सत्र को सम्बोधित करते हुये कृषि विज्ञान केंद्र के अपर निदेशक डॉ. दिनेश सिंह ने प्रतिभागियों को मशरूम का संक्षिप्त परिचय देते हुए इसका मानव जीवन मे महत्व, अपने यहां उगाई जाने वाली मुख्य प्रजातियों आदि के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान करते हुए प्रतिभागियों जानकारी प्राप्त करके मशरूम उत्पादन को उद्यम के रूप में अपनाने का आह्वान किया जिससे लोगों को रोजगार मिल सके.

केन्द्र के वैज्ञानिक डॉ. विनोद कुमार सिंह ने मशरूम के परिदृश्य, महत्व, मशरूम के प्रकार, औषधीय गुण, प्रमुख प्रजातियों जैसे श्वेत बटन मशरूम, ढींगरी मशरूम तथा दूधिया मशरूम उत्पादन के विभिन्न पहलुओं जैसे ढांचा का निर्माण, कम्पोस्ट का निर्माण एवं प्रयोग, स्पान एवं बिजाई, आवरण मृदा का निर्माण एवं प्रयोग, रख – रखाव, कीट-रोग एवं अन्य समस्याएं तथा उनका प्रबंधन, तुड़ाई, तुड़ाई उपरान्त प्रबंधन आदि विषयों पर विस्तृत जानकारी प्रदान की. इस प्रशिक्षण कार्यक्रम के अन्त मे डॉ. सिंह ने प्रतिभागियों से कहा कि मशरूम के विशिष्ट गुणोँ के कारण इसका सेवन स्वस्थ एवं रोगी दोनो प्रकार के व्यक्ति कर सकते हैं.

मशरूम उत्पादन उचित पोषण मे भी सहायक है साथ ही साथ मुद्रा अर्जन का उचित साधन भी है अतः नवयुवकों एवं नवयुवतियों को इस तकनीक की जानकारी प्राप्त करने के उपरांत इसे रोजगार के रूप में अपनाना चाहिए. आप लोग स्वयं तो मशरूम उत्पादन को अपनायें ही साथ ही साथ अन्य युवा साथियों को भी इस रोजगार को अपनाने के लिये प्रेरित करें जिससे युवाओं एवं युवतियों को रोजगार मिलेगा एवं आय में वृद्धि होगी तथा रोजगार की तलाश में शहरों की तरफ पलायन भी रुकेगा.

इस अवसर पर केन्द्र के प्रभारी वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं अध्यक्ष अमरनाथ सिंह ने मानव जीवन में मशरूम के महत्व पर जानकारी प्रदान की. केन्द्र की गृह विज्ञान विशेषज्ञ ऋचा सिंह ने मशरूम से बनने वाले विभिन्न व्यंजनों पर विस्तार से चर्चा की तथा अपने संबोधन में कहा कि आप लोग मशरूम मूल्य संबर्धन करके अधिक मूल्य प्राप्त कर सकते हैं तथा इसके विभिन्न रूप का सेवन भी समय समय कर सकते है.

इस अवसर पर केन्द्र के वैज्ञानिक डॉ0 उमेश कुमार सिंह, अभिषेक कुमार सिंह एवं जनपद के कुल 26 पुरुष एवं महिला प्रतिभागियों ने प्रतिभाग किया.

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