एनसीसी का मोटो अनुशासन और एकता है : डा. विपिन सिंह
लखनऊ : मंगलवार को कुमाऊँ रेजीमेंट मैं चल रहे मिलिट्री अटैचमेंट शिविर के पाँचवे दिन कैडेट्स को संबोधित करते हुए सूबेदार श्याम सिंह मनराल ने कहा कि संविधान की मूल भावना को समझने और उसके आदर्शों को हासिल करने के लिए निष्ठा के साथ काम जरूरी है हमें लोगों को संविधान में सुनिश्चित उनके अधिकारों के संबंध में जागरूक करने की आवश्यकता है लेकिन साथ ही उन्हें उनके कर्तव्यों के बारे में भी जानकारी देने की जरूरत है क्योंकि अधिकार और कर्तव्य एक-दूसरे से जुड़े हुए हैं.
डीएसएन महाविद्यालय के एनसीसी ए एन ओ डॉ विपिन सिंह ने कहा एनसीसी का मोटो अनुशासन और एकता है.
अनुशासन और एकता के बीच गहरा संबंध है. अनुशासन स्वामी है, एकता उसकी चेरी है. स्वामी का अपनी चेरी पर जो अधिकार होता है वही अधिकार अनुशासन का एकता पर है. अनुशासन के बिना एकता विडंबना मात्र है. अनुशासन का बल पाकर ही एकता विकसित, पल्लवित और पुष्पित होती है.
हवलदार भरत सिंह ने कहा आज संसार में जितने बड़े-बड़े राष्ट्र उन्नति के उच्च शिखर पर पहुँचे हैं, वे सब अनुशासन के ही सुफल हैं . अनुशासन में अपार शक्ति निहित है. नायक सूबेदार पदम सिंह ने सभी कष्टों को एक अच्छे प्रशासक के गुण बताएं तथा उनमें किस प्रकार से नेतृत्व क्षमता विकसित करनी है इसके तरीके भी बताए। कुमाऊँ रेजीमेंट के हवलदार भरत सिंह, हवलदार गंगा सिंह ,नायक सूबेदार पदम सिंह एवं सूबेदार श्याम सिंह मनराल कैडेट को प्रतिदिन नई-नई जानकारियां दे रहे हैं.