गरीब परिवारों की महिलाओं के लिए संजीवनी बनी मनरेगा
सीतापुर। गरीब परिवारों को 100 दिन के रोजगार की गारंटी देने वाली महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना मनरेगा में रोजगार पाने के लिए महिलाओं की भागीदारी लगातार बढ़ रही है. मनरेगा में महिला मेट की तैनाती के बाद अब बड़ी संख्या में गरीब परिवारों की महिलाएं मनरेगा में काम पर आ रही हैं.
अमृत सरोवर में आधा सैकड़ा महिलाओं को मिल रहा रोजगार
सकरन ब्लाक मुख्यालय पर स्थित ग्राम पंचायत सांडा में मनरेगा से बन रहे अमृत सरोवर निर्माण कार्य में काम पर आई आधा सैकड़ा जॉब कार्ड धारक महिलाएं पुष्पा देवी,विनीता,रेखा, माधुरी,केतकी,सरिता, महाराजा,शांति देवी, कुसुमा,नीलम,लौंग श्री, राजकुमारी,चमेली देवी, जमीला,रेशमा,गंगा देवी, रामपति,रामा देवी,उर्मिला, गुड़िया देवी, सुमित्रा,रीता देवी,मंजू देवी,कमला देवी,सुनीता, सुदामा,रीता,फूलमती, आशा देवी,गायत्री देवी,शैलेन्द्री,मीरा देवी, किरन देवी,माया देवी, सुरसती,शिव प्यारी,शीला देवी,सीमा देवी,लक्ष्मी देवी,पूजा देवी,जगदेइ, रामगुनी,सुदामा,विनोदिनी, सरोजिनी,सुमिरता आदि ने बताया कि उन्हें मनरेगा में काम मिल रहा है. उनके बैंक खाते में समय से मजदूरी का भुगतान भी पहुंच रहा है. जिससे अब उनके परिवार की तमाम जरूरतें आसानी से पूरी हो रही हैं।मनरेगा योजना उनके परिवार के लिए संजीवनी बन रही है.
एपीओ सकरन रवि सिंह ने बताया कि महिलाओं को मनरेगा कार्यों में प्राथमिकता दी जा रही है. वहीं बीडीओ सकरन बाबूलाल वर्मा ने बताया कि महिला मेट की तैनाती से मनरेगा कार्यों में महिलाओं की सहभागिता बढ़ रही है.