पुरुष भी निभाएं जिम्मेदारी, परिवार नियोजन अपनाकर दिखाएं अपनी भागीदारी: सीएमओ
श्रावस्ती : परिवार नियोजन कार्यक्रम के तहत शुरू किए गए पुरुष नसबंदी (एनएसवी) पखवाड़ा पर सीएमओ डॉ. एसपी तिवारी ने सारथी (जागरूकता) वाहन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. पखवाड़ा का समापन चार दिसंबर को होगा. इस वर्ष इस पखवाड़ा की थीम ‘पुरुष भी निभाएंगे जिम्मेदारी, परिवार नियोजन अपनाकर दिखाएंगे अपनी भागीदारी’ रखी गई है. इस पखवारे का उद्देश्य जन समुदाय को सीमित परिवार के बारे में जागरुक करने के साथ परिवार कल्याण कार्यक्रम में पुरुषों की भागीदारी बढ़ाना है.
सीएमओ डॉ. एसपी तिवारी ने बताया कि समाज में एक आम धारणा है कि नसबंदी से पुरुषों में कमजोरी आ जाती है. यह एक भ्रांति है. पुरुष नसबंदी करने की प्रक्रिया महिला नसबंदी के मुकाबले बहुत ही सरल और सुरक्षित है.
इस पूरी प्रक्रिया में 10-15 मिनट का समय लगता है. इसमें ज्यादा से ज्यादा दो दिन के आराम की जरूरत होती है या उसकी भी जरूरत नहीं होती है.
उन्होंने बताया कि परिवार नियोजन के लिए पुरुषों को ही आगे आना चाहिए. पुरुषों की शारीरिक संरचना महिलाओं की अपेक्षा अधिक सरल होती है. यह एक मामूली ऑपरेशन है जिस दौरान कोई चीर फाड़ नहीं की जाती है और न ही कोई टांका लगाया जाता है.
ऑपरेशन से एक घंटे बाद आदमी घर जा सकता है और 72 घंटे बाद व्यक्ति अपना रोजमर्रा का कामकाज आम दिनों की तरह कर सकता है. नसबंदी ऑपरेशन के बाद किसी भी किस्म की शारीरिक कमजोरी नहीं आती, यह सिर्फ वहम हैं. यह औरत के नसबंदी ऑपरेशन के मुकाबले हर पक्ष से अपनाना आसान है. ऑपरेशन करवाने वाले व्यक्ति की उम्र 60 साल से कम होनी चाहिए. व्यक्ति शादीशुदा होना चाहिए और एक बच्चा होना जरूरी है.
एसीएमओ डॉ. मुकेश मातनहेलिया ने बता कि पुरुष नसबंदी पखवाड़े को दो चरणों में मनाया जाएगा। प्रथम चरण में मोबिलाइजेशन फेज 21 नवंबर से 27 नवंबर तक द्वितीय चरण में सेवा प्रदायगी फेज 28 नवंबर से 4 दिसंबर तक पुरुषों की भागीदारी से संबंधित गतिविधियां आयोजित की जाएंगी.
जिला स्वास्थ्य शिक्षा सूचना अधिकारी अभय प्रताप ने बताया कि श्रावस्ती जिला मिशन परिवार विकास में शामिल है, इसलिए श्रावस्ती के पुरुषों को नसबंदी ऑपरेशन करवाने पर 3,000 रुपये और ऑपरेशन के लिए प्रेरित करने वाले व्यक्ति को 400 रुपये प्रोत्साहन राशि के रूप में दी जाती है. उन्होंने कहा कि परिवार नियोजन में पुरुषों की भागीदारी बड़ा अहम रोल अदा कर सकती है. इस मौके पर चीफ फार्मासिस्ट केके श्रीवास्तव सहित टीएसयू व अन्य संस्थाओं के प्रतिनिधि मौजूद रहे.