Surya Satta
सीतापुर

माली समाज का सिर्फ और सिर्फ किया गया शोषण : एडवोकेट सत्यदेव श्रीमाली

 

सीतापुर। महात्मा ज्योतिबा राव फुले गरीब कल्याण मंच के संस्थापक एडवोकेट सत्यदेव श्रीमाली माली समाज की आवाज उठाने का कार्य कर रहे है वह कहते हैं. श्रीमाली समाज सदैव धर्म में योगदान दिया. माता पार्वती भगवान शंकर के मानस पुत्र हैं. देवी की पूजा में माली समाज का सहयोग मुख्य रहता है. अर्थात देवी चेचक उतारा और पीलिया को ठीक करने का कार्य माली बाबा ही करते थे और आज भी करते हैं देवी के मंदिरों में इनका स्थान प्रमुख है. लेकिन दुर्भाग्यपूर्ण या है कि जहां पर यह कम है कमजोर है वहां पर इन लोगों की विरासत धरोहर छीन ली गई. बिना भेदभाव के यह समाज सभी के घर जाया करते थे. और धर्म कार्य किया करते थे और आज भी करते हैं. धीरे-धीरे इनकी संख्या कम होती गई और इनसे अधिकार भी छीनते चले गये. महान पुरुष महात्मा ज्योतिबा राव फुले ने असहाय गरीब वंचित समाज को अंधकार से प्रकाश की तरफ ले गए और उन्हें शिक्षा का अधिकार प्रदान किया.

 

माता सावित्रीबाई फुले ने भारत की बेटियों को शिक्षित का कार्य किया इतने सारे दुख झेल कर भी उन्होंने अपना कार्य रोका नहीं उन्होंने दलित समाज के लिए शिक्षा का आंदोलन जारी रखा मानवता का दीपक जलाया सर्व समाज हित किया. दुर्भाग्यपूर्ण यह बात है आज उन्हीं का समाज पीछे रह गया है. फूले दंपत्ति सम्मान नहीं मिल पाया है जो स्थान उनका होना चाहिए. वह नहीं हो पाया है. जब से भारत आजाद हुआ है तब से उत्तर प्रदेश में माली समाज का कोई भी व्यक्ति विधायक मंत्री सांसद विधान परिषद सदस्य नहीं बना है . माली समाज का सिर्फ और सिर्फ शोषण किया गया है . माली समाज के नाम पर दूसरे समुदाय लोगों ने फायदा उठाया है. और सच्चाई यह है कि कोरा कागज की तरह माली समाज बन के रह गया है.

 

सिर्फ और सिर्फ दूसरों के आधीन या समाज टिका हुआ है. किंतु एडवोकेट सत्यदेव श्रीमाली जी महात्मा ज्योतिबा राव जी के आदर्श विचार पर कार्य कर रहे हैं और उत्तर प्रदेश का भ्रमण कर रहे हैं . श्रीमाली समाज को जागृत कर रहे हैं और उन को नई दिशा देने का कार्य कर रहे हैं . उनका भी समाज आगे बढ़े . राजनीति में उनको भी भागीदारी मिलने का कार्य हो. सत्ता से ही समाज का उत्थान होता है . हमें मजबूत होने की जरूरत है . तभी हमारे समाज की इमारत बनेगी. जो हमारे अधिकार हैं हमारे यहां हक है. हम उसे लेने का कार्य करेंगे. और 2027 तक हम अपने समाज को बैठाने का कार्य करेंगे . और महात्मा ज्योतिबा जी के आदर्श विचारों पर प्यार करते रहेंगे.

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