हिंदी को राष्ट्रभाषा का दर्जा मिले इस के लिए कवि संगम त्रिपाठी गांधी जयंती के दिन करेंगे उपवास
मध्यप्रदेश। हिंदी को राष्ट्रभाषा का दर्जा मिले इस अभियान के तहत आजादी के स्वर्ण जयंती वर्ष में हिंदी दिवस के दिन बिरसिंहपुर पाली जिला उमरिया मध्यप्रदेश व अमृत महोत्सव में विश्व हिंदी दिवस को जबलपुर मध्यप्रदेश से राजघाट दिल्ली तक प्रेरणा हिंदी प्रचार रथयात्रा कवि संगम त्रिपाठी के नेतृत्व में आयोजित की गई थी. साथ ही राष्ट्रपति , प्रधानमंत्री, गृहमंत्री को हिंदी को सम्मान प्रदान करने हेतु अनुरोध पत्र प्रेषित किया गया था. जिसके कुछ सुखद परिणाम भी आएं.
हाल ही में केन्द्रीय गृहमंत्री ने हिंदी को राष्ट्रभाषा का दर्जा प्रदान करने हेतु वक्तव्य जारी किया. जिससे हिंदी प्रेमियों में नव ऊर्जा का संचार हुआ किन्तु चंद लोगों के हिंदी के प्रति विरोध से कवि संगम त्रिपाठी का मन काफी व्यथित है.
कवि संगम त्रिपाठी ने कहा कि हम हर भाषा व बोली का सम्मान करते हैं साथ ही सभी भाषाएं ज्ञान प्रदान करती है पर देश में सर्वाधिक बोली जाने वाली भाषा हिंदी को हर प्रांत के लोगों का स्नेह व समर्थन प्राप्त हो ऐसी आशा है.
हिंदी के विरोध करने वालों को सद्बुद्धि मिले व हिंदी को राष्ट्रभाषा का दर्जा मिले, इस के लिए कवि संगम त्रिपाठी ने 02.10.2022 को गांधी जयंती के दिन राजघाट दिल्ली में उपवास करने का निर्णय लिया है. कवि संगम त्रिपाठी का कहना है कि आप सभी से अनुरोध है कि आप आशीर्वाद प्रदान कर हिंदी के इस अभियान में सहयोग प्रदान करें.