संदना थाने से चंद कदमो की दूरी पर फलफूल रहा अवैध कच्ची शराब का गोरखधंधा
चन्द्रभान सिंह
सीतापुर। संदना थाने से चंद कदमो की दूरी पर संदना कस्बे में लगने वाली स्थानीय बाजार से 500 मीटर दूरी पर स्थित बेहड़ा गांव में कच्ची शराब का गोरखधंधा फलफूल रहा है. इसके साथ ही संदना थाना क्षेत्र के दर्जनों गांवों में अवैध कच्ची शराब का गोरखधंधा कुटीर उद्योग का रूप ले चुका है.
संदना थाना क्षेत्र में पुलिस व आबकारी विभाग की सेटिंग के चलते लगभग दर्जनों गांव में कच्ची शराब का काला कारोबार मोटी कमाई का जरिया बन चुका है. वहीं केमिकल यूरिया व अन्य हानिकारक तत्वों से उत्पादित होने वाली कच्ची शराब से आए दिन कोई न कोई घटनाएं सुनने को मिल रही है.

वहीं बड़ी घटना होने पर प्रशासन सिर्फ खानापूर्ति करके मामले को रफा दफा कर देते हैं. क्षेत्र के संदना,बेहड़ा,रघुनाथपुर,तेन्दुवा,सोनारी,धरौली,नरोजी,लौली,लालपुर,बेहड़ा,रालामऊ,केशुवामऊ,चेरेताली,मिर्जापुर,खंजनपुरवा,खेरिया,मधवापुर,तेरवा,बकछेरवा,चेरेताली,गोड़ियनंपुरवा,कोरौना,महसुई,सोनारी,दहेलरा,बेलाहरी,ककरघटा,उर्दहा सहित लगभग आधा सैकड़ा गांव में कच्ची शराब की भट्टिया धधक रही है.
देशी शराब की तुलना में कच्ची शराब जहां कम दामों पर मिल जाती है. वहीं यह देसी शराब की अपेक्षा अधिक नशीली भी होती है. शाम ढलते ही गांव में नशेड़ियों की भीड़ जमा होने लगती है. शराब के नशे में आए दिन सड़कों पर हादसे तो होते ही हैं . साथ ही क्षेत्र में चोरियों का ग्राफ भी तेजी से बढ़ा हुआ है क्षेत्रवासियों का कहना है कि जब भी कोई घटना होती है तो प्रशासन सिर्फ खानापूर्ति के नाम पर ऐसे लोगों को चौकी थाने तक लाकर फिर गठजोड़ करके छोड़ देते हैं. ठोस कार्रवाई न होने के चलते कच्ची शराब के व्यापारियों का हौसला बढ़ा हुआ है. इससे वह धड़ल्ले से अपने काम को अंजाम दे रहे हैं.