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श्रावस्ती

स्वस्थ जीवन शैली से अल्जाइमर और डिमेंशिया से बचाव संभव: सीएमओ

श्रावस्ती। विश्व अल्जाइमर दिवस पर सीएमओ कार्यालय के सभागार में एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया. जिसमें जिसमें लोगों को अल्जाइमर रोग के बारे में जानकारी दी गई.

संगोष्ठी के मुख्य अतिथि सीएमओ डॉ. शारदा प्रसाद तिवारी ने कहा कि अल्जाइमर एक दिमागी बीमारी है. इसमें धीरे-धीरे याददाश्त और सोचने की शक्ति कम हो जाती है. स्वस्थ जीवन शैली और नशे से दूर रहकर अल्जाइमर और डिमेंशिया से बचा जा सकता है. अल्जाइमर रोग में सबसे आम डिमेंशिया है, जो मस्तिष्क के यथोचित रूप में काम न कर पाने के लिए समग्रता में इस्तेमाल किया जाने वाला शब्द है. विश्व अल्जाइमर दिवस का उद्देश्य जागरूकता लाना है, ताकि घर परिवार को राह दिखाने वाले बुजुर्गों को इस बीमारी से बचाया जा सके.

एसीएमओ डॉ. उदयनाथ ने बताया कि यह बीमारी एक उम्र के बाद लोगों में होने लगती है. इसमें लोग चीजों को याद नहीं कर पाते हैं। उम्र बढ़ने के साथ ही तमाम तरह की बीमारियां हमारे शरीर को निशाना बनाना शुरू कर देती हैं. इन्हीं में से एक प्रमुख बीमारी बुढ़ापे में भूलने की आदत है. एसीएमओ डॉ. मुकेश मातनहेलिया ने बताया कि बुजुर्गों को डिमेंशिया से बचाने के लिए जरूरी है कि परिवार के सभी सदस्य उनके प्रति अपनापन रखें. अकेलापन ना महसूस होने दें, समय निकाल कर उनसे बातें करें उनकी बातों को नजरअंदाज न करें, उनको ध्यान से सुनें, कुछ ऐसे उपाय करें कि वह व्यस्त रहें. उनकी मनपसंद की चीजों का ख्याल रखें. निर्धारित समय पर सोने, जागने, नाश्ता व भोजन की व्यवस्था करें. मानसिक रूप से अपने को स्वस्थ रखें. सकारात्मक विचारों से मन प्रसन्न बनाए रखे, पसंद का संगीत सुनें.

प्रांतीय चिकित्सा संघ के कार्यवाहक अध्यक्ष डॉ. अनूप सिंह ने कहा कि हर साल 21 सितंबर को विश्व अल्जाइमर दिवस मनाया जाता है. इस समस्या से ग्रसित लोगों को अक्सर कुछ याद नहीं रहता है. लोग खाना खाकर भूल जाते हैं, चीजों को रखकर भूल जाते हैं तो इंसान का नाम और शक्ल भी भूल जाते हैं. डॉ. अंकित अग्रवाल ने कहा कि बदलते वक्त के दौर में जो बीमारी कभी 65 से 70 साल के बाद हुआ करती थी अब 40 से 50 की उम्र में भी होने लगी है. इतना ही नहीं नौजवान भी इसका शिकार होने लगे हैं.

बदलती जीवन शैली और तनावपूर्ण जीवन से भी यह बीमारी जल्दी जन्म लेने लगती है. इस मौके पर प्रभारी डीपीएम राकेश गुप्ता, जिला स्वास्थ्य शिक्षा एवं सूचना अधिकारी अभय प्रताप, चीफ फार्मासिस्ट केके श्रीवास्तव, सुलभ श्रीवास्तव, बबीता बाजपेयी, अमित गुप्ता आदि लोग मौजूद रहे.

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