Surya Satta
लखीमपुर खीरी

परिवार नियोजन में स्वास्थ्य विभाग को मिली बड़ी सफलता

लखीमपुर खीरी। जिला स्वास्थ्य विभाग आजकल परिवार नियोजन उपलब्धि को लेकर काफी उत्साहित है. विभाग ने जहां पुरुष नसबंदी के लिए इस बार 25 लोगों को चिन्हित किया था. वहीं 22 लोगों यानि करीब 88 फीसदी पुरुषों ने नसबंदी अपना ली है. वहीं 7500 महिलाओं के सापेक्ष 6607 महिलाओं ने नसबंदी अपनाई है.

25 पुरुषों के सापेक्ष 22 ने कराई नसबंदी

परिवार नियोजन को लेकर साल 2021-22 में जो लक्ष्य तय किया गया था. उसको काफी हद तक विभाग के प्रयासों से पूरा किया गया है. इस साल महिला नसबंदी का लक्ष्य 7500 रखा गया था. जिले की महिलाओं ने परिवार नियोजन में बड़ी हिस्सेदारी ली है. लक्ष्य का 88 फ़ीसदी आंकड़ा पार हो गया है. जिले में लक्ष्य के सापेक्ष 6607 महिलाओं ने नसबंदी कराई है. खास बात यह है कि पुरुष भी इससे पीछे नहीं रहे. साल 2021-22 में पुरुष नसबंदी का लक्ष्य 25 था. इस लक्ष्य को पूरा करने में पुरुषों ने भी बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया. जिसके चलते 25 के लक्ष्य के सापेक्ष 22 पुरुषों ने नसबंदी के जरिए परिवार नियोजन को अपनाया है.
अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी व परिवार कल्याण कार्यक्रम के नोडल अधिकारी डॉ अश्वनी कुमार ने बताया कि साल 2021-22 में जिले में परिवार नियोजन को लेकर जो चिन्हित किए गए थे. उसको काफी हद तक विभाग के प्रयासों से पूरा किया गया है. इस वर्ष महिला और पुरुष दोनों के नसबंदी के मामलों में 88 प्रतिशत मिल गई है.

जागरूकता का दिखा असर

परिवार नियोजन को लेकर हुए सरकारी प्रयास में सबसे अधिक लोगों में जागरूकता लाना ही प्रभावी साबित हुआ. जिला परिवार नियोजन प्रबंधक पद्माकर मणि त्रिपाठी ने बताया कि परिवार नियोजन के लक्ष्य को पूरा करने के लिए जागरूकता अभियान चलाया गया. उनका कहना है कि आशा व आशा संगिनी द्वारा घर-घर जाकर परिवार नियोजन के बारे में लोगों को जागरूक किया गया। साथ ही स्वास्थ्य सेंटरों पर माता बैठक, एएनएम, आशा व आंगनबाड़ी की बैठकों में भी परिवार नियोजन के बारे में लोगों को जागरूक किया जाता रहा. जिसके नतीजे में लक्ष्य तक पहुंचने में आसानी हुई है.
नसबंदी कराने वालों को मिलती है प्रोत्साहन राशि परिवार नियोजन के लिए नसबंदी कराने वालों को सरकार प्रोत्साहन राशि भी देती है. जिला परिवार नियोजन प्रबंधक पद्माकर मणि त्रिपाठी ने बताया की नसबंदी कराने वाले पुरुषों को 4000 प्रोत्साहन राशि दी जाती है. इसी तरह महिलाओं को नसबंदी कराने पर यह राशि 3000 मिलती है. लाभार्थियों के खाते में पीएफएमएस के जरिए यह धनराशि भेजी जाती है.

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