जिले के 85 स्वास्थ्य केंद्रों पर मनाया गया खुशहाल परिवार दिवस
सीतापुर। हर माह की 21 तारीख को मनाये जाने वाला खुशहाल परिवार दिवस इस बार जिला महिला चिकित्सालय, सीएचसी, शहरी पीएचसी और हेल्थ एंड वेलनेस सहित कुल 85 स्वास्थ्य केंद्रों पर आयोजित किया गया. इस मौके पर लक्ष्य दंपति को परिवार नियोजन की सलाह दी गई साथ ही नव विवाहित दंपति तथा तीन या तीन से अधिक बच्चों वाले दंपति की काउंसिलिंग की गई। दंपति को खुशहाल परिवार के टिप्स दिए गए.
सितंबर में आयोजित हुए खुशहाल परिवार दिवस के आंकड़े बताते हैं कि इस बार महिलाओं ने नसबंदी ऑपरेशन और तिमाही गर्भनिरोधक इंजेक्शन अंतरा पर अपना भरोसा मजबूत किया है.
सीएमओ डॉ. मधु गैरोला ने बताया कि सितंबर माह के खुशहाल परिवार दिवस के मौके पर 22 लक्षित दंपति ने परिवार नियोजन के स्थायी साधनों को अपनाने के लिए अपनी सहमति दी. इनमें से एक पुरुष और 21 महिलाओं ने स्वेच्छा से अपना नसबंदी ऑपरेशन कराया.
इसके अलावा इस मौके पर 136 महिलाओं ने परिवार नियोजन के लिए त्रैमासिक गर्भ निरोधक इंजेक्शन अंतरा लगवाया. सीएमओ ने बताया कि परिवार नियोजन के अस्थाई साधनों में अंतरा इंजेक्शन महिलाओं द्वारा बेहद पसंद किया जाता है. यह इंजेक्शन प्रति तीन माह के अंतर पर लगाया जाता है. इसे माहवारी आने के एक सप्ताह के अंदर और प्रसव होने के 6 सप्ताह बाद ही लगाया जाता है. गर्भवती को यह इंजेक्शन नहीं लगाया जाता है.
इसके अलावा सितंबर माह के खुशहाल परिवार दिवस पर 73 महिलाओं ने आईयूसीडी (इंट्रा यूटेराइन कंट्रासेप्टिव डिवाइस) लगवाया है. दो बच्चों के जन्म के बीच अंतर रखने के लिए आईयूसीडी को माहवारी के बाद अथवा प्रसव के छह सप्ताह बाद लगाया जाता है. वहीं जरूरत होने पर इसको आसानी से निकलवाया जा सकता है। इसके साथ ही 68 महिलाओं ने पीपीआईयूसीडी (पोस्ट पार्टम इंट्रा यूटेराइन कंट्रासेप्टिव डिवाइस) की सेवाएं ली हैं। दो बच्चों के जन्म के बीच अंतर रखने के लिए पीपीआईयूसीडी महिलाओं के लिए काफी सुरक्षित मानी जाती है.
इसे प्रसव के 48 घंटे के अंदर लगाया जाता है, वहीं जरूरत होने पर इसको आसानी से निकलवाया जा सकता है अनचाहे गर्भ से लंबे समय तक मुक्ति चाहने वाली महिलाएं आईयूसीडी और पीपी आईयूसीडी को बेहद पसंद करती हैं इसके अलावा इस मौके पर अनचाहे गर्भ से बचने के लिए 1,355 महिलाओं को गर्भ निरोधक खाने की गोली छाया और 626 महिलाओं को माला एन गोली और पुरुषों के मध्य 4,894 कंडोम का भी वितरण किया गया.
परिवार नियोजन कार्यक्रम के प्रबंधक जावेद खान ने बताया कि मातृ एवं शिशु मृत्यु दर में कमी लाने में परिवार नियोजन सेवाओं की महत्वपूर्ण भूमिका होती है. हर माह की 21 तारीख को सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर खुशहाल परिवार दिवस का आयोजन किया जाता है. इस मौके पर लाभार्थियों को परिवार नियोजन के साधनों में से उनके मन माफिक किसी एक को चुनने का विकल्प दिया जाता है.