युवा खिलाड़ियों को नौकरी देने के लिए सरकार प्रतिबद्ध: सीएम योगी
सीएम बोले- हर गांव में बनाए जा रहे खेल मैदान, ताकि खेलकूद के लिए गांव के बच्चों को सड़क पर न दौड़ना पड़े
लखनऊ : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में पूरे देश में एक नई स्वस्थ प्रतिस्पर्धा प्रारंभ हुई है। इससे खेल और खेलकूद की गतिविधियों के प्रति युवाओं के मन में एक नया जज्बा देखने को मिला है। पिछले दो वर्षों में खेलो इंडिया और फिट इंडिया मूवमेंट ने एक नई क्रांति की है। इसके जरिये हर एक युवा और होनहार खिलाड़ी के लिए एक नया मंच प्रदान किया गया है। युवा खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करने के लिए हर ग्राम पंचायत में खेल का मैदान बनाने की प्रक्रिया युद्धस्तर पर चल रही है। इसके लिए राजस्व विभाग की ओर से जमीन एक्सचेंज की कार्यवाही भी की जा रही है। साथ ही हर विद्यालय के पास खेल का मैदान बनाया जा रहा है, ताकि खेलकूद के साथ गांव के बच्चों को सड़कों पर न दौड़ना पड़े। प्रदेश में विकासखंड स्तर पर पहले चरण में मिनी स्टेडियम के निर्माण की कार्यवाही चल रही है। वहीं हर जनपद में एक स्टेडियम का निर्माण हो रहा है। ये बातें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को लोकभवन में आयोजित उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड द्वारा कुशल खिलाड़ी कोटे में चयनित 227 आरक्षियों को नियुक्ति पत्र वितरण कार्यक्रम में कही।
युवा खिलाड़ियों को नौकरी देने के लिए शासनादेश में किया गया संशाेधन
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रदेश के युवाओं के मन में खेलकूद के प्रति नई जिज्ञासा पैदा करने के लिए अनेक कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं। इसके लिए हर ग्राम पंचायत में युवक मंगल दल और महिला मंगल दल गठित किए जा रहे हैं। पूरे प्रदेश में अब तक 65000 युवा और महिला मंगल दलों को स्पोर्ट्स किट उपलब्ध कराई गयी है। खिलाड़ियों की सुविधाओं को बढ़ाने का कार्य किया जा रहा है। हर स्तर पर उन्हें प्रोत्साहित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पूरे देश में उत्तर प्रदेश पहला ऐसा राज्य है, जिसने टोक्यो और पैरा ओलंपिक के खिलाड़ियों को नकद राशि से सम्मानित किया। वहीं युवा खिलाड़ियों के जज्बे को देखते हुए नियुक्ति प्रक्रिया को आसान बनाने के लिए कार्मिक विभाग के शासनादेश में संशोधन किया गया। इसी का असर है कि यूपी पुलिस में अब तक सबसे बड़ी संख्या में 579 खिलाड़ियों का चयन किया गया है। इससे पहले कभी इतने खिलाड़ी पुलिस बल का हिस्सा नहीं बने थे। हाल में ही ललित उपाध्याय को डिप्टी एसपी, विजय यादव को नायब तहसीलदार के रूप में नियुक्ति पत्र दिये गये थे। वहीं आज समारोह में दिव्या काकरान को नायब तहसीलदार के रूप में नियुक्ति पत्र दिया गया है। सीएम योगी ने कहा कि 489 ऐसे अभ्यर्थी हैं जिनमें 304 पुरुष अौर 185 महिलाएं हैं। राष्ट्रीय स्तर के प्रतिभागियों में से 51 ने गोल्ड, 41 ने सिल्वर और 61 ब्रॉन्ज मेडल प्राप्त करने वाले प्रतिभागी हैं। वहीं, इंटरनेशनल के जो प्रतिभागी हैं, उनमें से एक गोल्ड, 3 सिल्वर और 7 ब्रांन्ज मेडल प्राप्त करने वाले खिलाड़ी हैं।
यूपी के खिलाड़ियों को सबसे ज्यादा स्थान
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि चयनित अभ्यर्थियों में सबसे ज्यादा उत्तर प्रदेश के 371 खिलाड़ी शामिल हैं। वहीं हरियाणा से 39, उत्तराखंड-दिल्ली से 13-13, मध्य प्रदेश से 12, पंजाब से 11, राजस्थान से 7, गुजरात, उड़ीसा, दिल्ली, बिहार और कर्नाटक से दो-दो और त्रिपुरा, आंध्र प्रदेश, छतीसगढ़ से एक-एक खिलाड़ी ने जगह बनायी है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में खेलों और खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करने के लिए सरकार कई योजनाएं चला रही है। इसके तहत ओलंपिक गेम के एकल स्पर्धा में मेडल प्राप्त करने वाले खिलाड़ियों को स्वर्ण पदक पर 6 करोड़, रजत पदक पर 4 करोड़ और कांस्य पदक पर 2 करोड़ रुपए की पुरस्कार राशि दी जा रही है।
ओलंपिक गेम्स की टीम स्पर्धा में स्वर्ण पदक पर 3 करोड़, रजत पर दो करोड़ और कांस्य पदक पर एक करोड़ रुपए की पुरस्कार राशि दी जा रही है। एशियन गेम्स में स्वर्ण पदक पर तीन करोड़, रजत पदक पर डेढ़ करोड़ और कांस्य पदक पर 75 लाख की पुरस्कार राशि दी जा रही है। कॉमनवेल्थ गेम्स और विश्व कप से जुड़ी प्रतिस्पर्धाओं में स्वर्ण पदक पर डेढ़ करोड़, रजत पदक पर 75 लाख और कांस्य पदक पर 50 लाख की सहायता राशि दी जा रही है। यही नहीं, ओलंपिक गेम्स में प्रतिभाग करने वाले खिलाड़ियों को 10 लाख और कॉमनवेल्थ, एशियन गेम्स में पांच लाख की राशि दी जा रही है। कार्यक्रम में डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक, खेल मंत्री गिरीश चंद्र यादव, अपर मुख्य सचिव खेल नवनीत सहगल, डीजीपी विजय कुमार, डीजी स्पेशल प्रशांत कुमार आदि मौजूद रहे।