आवारा गौवंशों का चारा पानी करने को मजबूर किसान, जिम्मेदारी कर रहे अंदेखी
सीतापुर। उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा आवारा गौवंशों के संरक्षण के लिए अधिकारियों को निर्देश तो दिए गये लेकिन कोई अधिकारी इस आदेश का अनुपात करता नही दिख रहा है. अधिकारियों आवारा गौवंश संरक्षण के आदेश को अंदेखी कर रहे है.
अधिकारियों के अंदेखी का एक और मामला विकास खण्ड गोंदलामऊ की पंचायत नंदवन में देखने को मिला है जहां आवारा गौवंशों से अपनी फसल की सुरक्षा के लिए किसानों ने आपसी सहयोग से गौवंश को नदवन गांव के बाहर बने अंत्येष्टि स्थल में एकत्र कर ग्राम प्रधान कटोरी लाल से सभी जानवरों को व्यवस्थित करने को कहा गया. लेकिन ग्राम प्रधान के द्वारा अनसुनी किए जाने पर ग्राम पंचायत अधिकारी मनोज सिंह व खंड विकास अधिकारी काजल को इस संबंध में किसानों द्वारा सूचना दी गई.

खंड विकास अधिकारी व ग्राम विकास अधिकारी के द्वारा शीघ्र ही व्यवस्थित किए जाने का आश्वासन मिला. लेकिन वह आश्वासन सिर्फ बातों तक ही सीमित रहा. मौके तक कोई भी अधिकारी या ग्राम प्रधान देखने तक नहीं गए. खंड विकास अधिकारी के द्वारा भी आश्वासन दिया गया था कि वह खुद मौके पर आकर निरीक्षण करेंगी. लेकिन वह भी आज तक नहीं पहुंची.

जिस पर ग्रामीणों ने उप जिला अधिकारी पंकज प्रकाश राठौर से इन सभी जानवरों की व्यवस्था कराने के लिए गुहार लगाई है. एसडीएम द्वारा सभी आवारा गौवंश की व्यवस्था कराने का किसानों को आश्वासन मिला है.

किसान आपसी सहयोग से सभी जानवरों के चारे पानी की व्यवस्था कर रहे हैं. इन सभी गौवंशों को अस्थाई गौशाला बनवा कर या किसी संचालित गौशाला में पहुंचाने के लिए किसान अधिकारियों के चक्कर लगा रहे हैं. लेकिन कोई सुनने वाला नहीं है आगे देखना यह है कि किसान अपने पालतू गौवंशों के साथ-साथ इन आवारा गौवंश का भी चारा पानी करने के लिए मजबूर हो रहे है किसानों को इस समस्या से निजात दिलाए जाने की मांग की है.