Surya Satta
श्रावस्ती

स्वास्थ्य शिविर में 46 दंपति को दी गई परिवार नियोजन की जानकारी 

 

श्रावस्ती : परिवार नियोजन कार्यक्रम के तहत स्वास्थ्य विभाग के तत्वावधान में मोबियस फाउंडेशन संस्था के सहयोग से सिरसिया ब्लॉक के गुलरा गांव में एक स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया.

शिविर में स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ डॉ. अल्मास द्वारा क्षेत्रीय ग्रामीणों का पंजीकरण कर उनकी काउंसलिंग की गई, साथ ही उनका ब्लड प्रेशर, शुगर एवं रक्त में एचबी की मात्रा एवं गर्भवास्था की जांच की गई. इस अवसर पर गर्भवती को पौष्टिक आहार के बारे में भी जानकारी दी गई. शिविर में आने वाले 46 लक्षित दंपति की बास्केट ऑफ च्वॉइस की काउंसलिंग करते हुए परिवार नियोजन के अस्थायी साधनों कंडोम व खाने की गोलियाें की जानकारी देते हुए उन्हें मनपसंद साधन का वितरण भी किया गया. इच्छुक दंपति को परिवार नियोजन के स्थायी साधन नसबंदी के लिए स्वास्थ्य केंद्र के लिए रेफर किया गया.

इस मौके पर डॉ. अल्मास ने टेली कंसल्टेशन के माध्यम से 23 मरीजों को चिकित्सीय परामर्श भी दिया. इस शिविर में क्षेत्रीय आशा कार्यकर्ताओं का भी सहयोग रहा. इस मौके पर मोबियस संस्था की प्रोग्राम हेड शिवानी, प्रोग्राम कोऑर्डिनेटर विदुर कुमार सहित सुधांशु, रूपेन्दर, मोहित, आशीष, रौशनी, ऋतू, काजल, सुनीता के अलावा विश फाउंडेशन के अभय पांडेय, बसंती देवी, सुषमा देवी और केयर फाउंडेशन के समर उपस्थित रहे.

 

अपने हिसाब से चुनें विकल्प

 

मोबियस संस्था के प्रोग्राम कोऑर्डिनेटर विदुर कुमार ने बताया कि परिवार नियोजन के अस्थाई साधनों में अंतरा इंजेक्शन महिलाओं द्वारा बेहद पसंद किया जाता है. यह इंजेक्शन प्रति तीन माह के अंतर पर लगाया जाता है। इसे माहवारी आने के एक सप्ताह के अंदर और प्रसव के छह सप्ताह बाद ही लगाया जाता है. गर्भवती को यह इंजेक्शन नहीं लगाया जाता है. उन्होंने बताया कि दो बच्चों के जन्म के बीच अंतर रखने के लिए आईयूसीडी (इंट्रा यूटेराइन कंट्रासेप्टिव डिवाइस) महिलाओं के लिए काफी सुरक्षित मानी जाती है. इसे माहवारी के बाद अथवा प्रसव के छह सप्ताह बाद लगाया जाता है. वहीं जरूरत होने पर इसको आसानी से निकलवाया जा सकता है.

 

अनचाहे गर्भ से लंबे समय तक मुक्ति चाहने वाली महिलाएं इसे बेहद पसंद करती हैं। दो बच्चों के जन्म के बीच अंतर रखने के लिए पीपीआईयूसीडी (पोस्ट पार्टम इंट्रा यूटेराइन कंट्रासेप्टिव डिवाइस) महिलाओं के लिए काफी सुरक्षित मानी जाती है. इसे प्रसव के 48 घंटे के अंदर लगाया जाता है. वहीं जरूरत होने पर इसको आसानी से निकलवाया जा सकता है. अनचाहे गर्भ से लंबे समय तक मुक्ति चाहने वाली महिलाएं इसे बेहद पसंद करती हैं.

Leave a Reply

You cannot copy content of this page